गोरखपुर मेडिकल कालेज का पीडियाट्रिक वार्ड बना प्रदेश का माडल, अब इसी तरह बनेंगे बच्चों के वार्ड Gorakhpur News
शासन के निर्देश पर राममनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान की टीम ने बाबा राघव दास मेडिकल कालेज का पीडियाट्रिक आइसीयू (पीआइसीयू) व नियोनेटल इंटेंसिव केयर यूनिट (एनआइसीयू) का निरीक्षण किया। उसे प्रदेश में सबसे उत्तम और आधुनिक पाया है। यह माडल सभी मेडिकल कालेजों और जिला अस्पतालों में लागू होगा।
गोरखपुर, जेएनएन। तीसरी लहर में ब'चों पर सर्वाधिक कोरोना के हमले की आशंका है। इसे देखते हुए प्रदेश सरकार ने पूरे प्रदेश में बच्चों के इलाज की मुकम्मल व्यवस्था की तैयारियां शुरू कर दी है। इसी क्रम में शासन के निर्देश पर राममनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान की टीम ने बाबा राघव दास (बीआरडी) मेडिकल कालेज का पीडियाट्रिक आइसीयू (पीआइसीयू) व नियोनेटल इंटेंसिव केयर यूनिट (एनआइसीयू) का निरीक्षण किया। उसे प्रदेश में सबसे उत्तम और आधुनिक पाया है। बीआरडी का यह माडल प्रदेश के सभी मेडिकल कालेजों और जिला अस्पतालों में लागू किया जाएगा।
राममनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान की की टीम ने देखी व्यवस्था
टीम में लोहिया संस्थान की निदेशक डा. सोनिया नित्यानंद, एनेस्थीसिया के विभागाध्यक्ष डा. दीपक मालवीया, बाल रोग विभाग की अध्यक्ष डा. दीप्ती अग्रवाल, सह आचार्य डा. केके यादव, बाल रोग सर्जन व कोविड अस्पताल के अधीक्षक डा. श्रीकेष सिंह बीआरडी पहुंचे। टीम ने पीआइसीयू व एनआइसीयू वार्ड का निरीक्षण किया और डाक्टरों व पैरामेडिकल स्टाफ के बारे में जानकारी ली। बीआरडी मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. गणेश कुमार ने बताया कि शासन स्तर से राम मनोहर लोहिया की टीम ने यहां के पीआइसीयू व एनआइसीयू को प्रदेश में सबसे शानदार बताया है। तीसरी लहर से पहले प्रदेश के सभी मेडिकल कालेजों व जिला अस्पतालों में इसी तरह के वार्ड बनाए जाएंगे। इस दौरान डा. महिम मित्तल, डा. पवन प्रधान, बाल रोग विभाग की अध्यक्ष डा. अनीता मेहता आदि मौजूद थे।
बाल रोग विभाग में 450 बेड, 30 विशेषज्ञ
बीआरडी मेडिकल कालेज में बाल रोग विभाग के अंतर्गत 450 बेड हैं। 110 बेड वेंटिलेटर के पीडियाट्रिक आइसीयू में है। 120 बेड का एनआइसीयू है। इसके अलावा 44 बेड हाई डिपेंडेंसी यूनिट के हैं। 100 बेड का इंसेफ्लाइटिस वार्ड है। अन्य सामान्य बेड हैं। विभाग में 30 विशेषज्ञ चिकित्सक तैनात हैं।