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गोरखपुर शहर के डेढ़ दर्जन से अधिक परिवारों को सता रहा मकान टूटने का डर, जानें- क्या है बड़ी वजह

शहर के खजांची फ्लाईओवर के लिए मध्य रेखा के विचलन का आरोप लगा कालोनीवासियों ने मुख्यमंत्री से शिकायत की है। उनका कहना है कि कालोनी जीडीए से अनुमोदित है। प्रशासन का दावा है कि किसी मकान को नुकसान नहीं होगा।

By Jagran NewsEdited By: Pragati ChandPublished: Sat, 26 Nov 2022 03:55 PM (IST)Updated: Sat, 26 Nov 2022 03:55 PM (IST)
गोरखपुर शहर के डेढ़ दर्जन से अधिक परिवारों को सता रहा मकान टूटने का डर, जानें- क्या है बड़ी वजह
गोरखपुर शहर के डेढ़ दर्जन से अधिक परिवारों को सता रहा मकान टूटने का डर। (फाइल)

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। जाम की समस्या समाप्त करने के लिए प्रस्तावित खजांची फ्लाईओवर से राप्तीनगर क्षेत्र के डेढ़ दर्जन से अधिक लोगों को मकान टूटने का डर सताने लगा है। उनका आरोप है कि पहले से निर्धारित केंद्र रेखा को पांच मीटर उत्तर दिशा में विचलित कर दिया गया है, जिससे उनके मकान जद में आ रहे हैं। सभी लोगों ने राप्तीनगर फेज चार के अंतर्गत विकसित मंगलम मल्हार कालोनी में जमीन खरीदकर आवास बनाया है। कालोनी के लोगों ने इस संबंध में समन्वित शिकायत निवारण प्रणाली (आइजीआरएस) यानी मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की है। जीडीए के अधिकारियों को भी इस मामले से अवगत कराया गया है। कालोनीवासियों की आशंका के विपरीत प्रशासन यह दावा कर रहा है कि किसी के मकान को कोई नुकसान नहीं होने जा रहा है।

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क्या कहते हैं लोग

कालोनी के रामसिंहासन सिंह, इंद्रासन सिंह, रामजीत चौहान, संतोष कुमार चौधरी, सुशील गुप्ता आदि का कहना है कि पादरी बाजार से खजांची चौराहा होते हुए बरगदवा जाने वाली सड़क की कुल चौड़ाई 24 मीटर है। वर्तमान में सड़क सात मीटर लेपित है यानी सात मीटर चौड़ाई में बनी है। कालोनी के लोगों का कहना है कि खजांची फ्लाईओवर की मध्य रेखा भी सड़क की मध्य रेखा पर किया जाना प्रस्तावित है। करीब चार महीने पहले इसी के आधार पर निशान भी लगाए गए हैं।

मकानों पर माप सहित है निशान

कई दीवार व मकानों पर अभी भी माप सहित निशान है। उनका आरोप है कि मध्य रेखा को कुछ लोगों के दबाव में खजांची चौराहे के पश्चिम दिशा में करीब 200 मीटर लंबाई तक उत्तर दिशा में पांच मीटर विचलित कर दिया गया है। इसी आधार पर नए निशान लगाए गए हैं। उनका आरोप है कि इससे दक्षिण दिशा में जमीन को बचाया जा रहा है। इसपर आपत्ति जताते हुए उन्होंने सड़क की मध्य रेखा पर ही फ्लाईओवर की मध्य रेखा रखने की मांग की है।

प्रशासन का आश्वासन नहीं टूटेगा मकान

इस विषय की जानकारी प्रशासन को मिली है। प्रशासनिक अधिकारियों का दावा है कि किसी का मकान नहीं टूटने वाला। जीडीए उपाध्यक्ष महेंद्र सिंह तंवर ने बताया कि यह मामला संज्ञान में है। इस संबंध में जिला प्रशासन को अवगत करा दिया गया है। जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश का कहना है कि इस संबंध में बैठक की गई है। जीडीए की ओर से यह बताया गया है कि उनकी योजना के कुछ मकान फ्लाईओवर से प्रभावित हो रहे हैं। इसकी जांच कराई गई है। फ्लाईओवर से कोई मकान प्रभावित नहीं हो रहा है। लोग निश्चिंत रहें।


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