Gorakhpur Flood: खतरे के निशान से नीचे आया सरयू व रोहिन का जलस्तर, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगाई गईं 40 नावें
Gorakhpur Flood News गोरखपुर जिले में बाढ़ के पानी से 46 गांव प्रभावित हैं। इन गांवों में आवागमन के लिए 40 नाव लगाई गई है। वहीं गोला तहसील में 2500 बाढ़ राहत सामग्री किट उपलब्ध कराए गए हैं।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गोरखपुर जिले में पिछले कुछ दिनों से खतरे के निशान से ऊपर बह रही सरयू एवं रोहिन नदियों का जलस्तर खतरे के बिन्दु से नीचे आ चुका है। गुरुवार की शाम सरयू, राप्ती व रोहिन तीनों नदियों के जलस्तर में कमी दर्ज की गई है। जिले में करीब 46 गांव प्रभावित हैं। इनमें से 41 गोला तहसील में जबकि पांच खजनी तहसील के गांव हैं। इन गांवों में आवागमन के लिए 40 नाव लगाई गई है। बाढ़ के खतरे को देखते हुए प्रशासन ने बाढ़ चौकियों का अलर्ट कर दिया है।
जारी है जलस्तर में गिरावट
गुरुवार की शाम चार बजे अयोध्या पुल के पास सरयू नदी का जलस्तर 92.62 मीटर रिकार्ड किया गया। यह नदी खतरे के निशान से 11 सेमी नीचे आ चुकी है। जलस्तर में गिरावट जारी है। इसी तरह रोहिन नदी का जलस्तर 81.98 मीटर रिकार्ड किया गया। यह नदी खतरे के निशान से 46 सेमी नीचे आ चुकी है। जलस्तर लगातार कम हो रहा है। राप्ती नदी खतरे के निशान को नहीं छू सकी थी। सुबह तक बढ़ने के बाद नदी के जलस्तर में कमी होने लगी है। नदी का जलस्तर 74.44 मीटर रिकार्ड किया गया।
बाढ़ राहत के लिए स्वीकृत हुए 12.61 करोड़ रुपये
जिले में बाढ़ से प्रभावित गांवों में राहत कार्यों के लिए 12.61 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया गया है। जिले में अब तक 17 हजार 791 लोग प्रभावित हुए हैं। सतर्कता की दृष्टि से चार मेडिकल टीमों को सक्रिय रखा गया है। इन टीमों के पास पर्याप्त मात्रा में दवा, ओआरएस, एंटी स्नेक वेनम एवं क्लोरीन गोली उपलब्ध है। अब तक 482 लोगों का उपचार किया जा चुका है। लोगों की सुविधा के लिए जिला आपदा कार्यालय में बाढ़ कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है। 24 घंटे सक्रिय रहने वाले इस कंट्रोल रूम में संबंधित विभागों के कर्मचारियों की शिफ्टवार ड्यूटी लगाई गई है। कर्मचारियों के साथ पीआरडी जवानों की ड्यूटी भी लगाई गई है।