गोरखपुर के सीएमओ ने भी स्वीकारा, डेंगू के 20 मामलों की हो चुकी है पुष्टि, अब तो बरतें सावधानी Gorakhpur News
सीएमओ ने कहा है कि एक चम्मच साफ पानी का जमाव भी डेंगू का लार्वा पनपने के लिए पर्याप्त है। गोरखपुर में डेंगू के 20 मामलों की पुष्टि हुई है।
गोरखपुर, जेएनएन। अगर आपके घर में एक चम्मच साफ पानी भी कहीं जमा है तो वह घर में डेंगू लाने में समर्थ है। कूलर, गमलों, व कहीं भी जमा पानी डेंगू का स्रोत हो सकता है। इसलिए घर में कहीं भी थोड़ा भी पानी जमा न होने दें।
एक चम्मच पानी डेंगू के लार्वा के लिए पर्याप्त
मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) डॉ. श्रीकांत तिवारी ने कहा है कि एक चम्मच साफ पानी का जमाव भी डेंगू का लार्वा पनपने के लिए पर्याप्त है। ऐसे में इस बीमारी की रोकथाम में सामुदायिक सहयोग की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका है। दीपावली के दौरान अपने घरों की साफ-सफाई में इस बात का ध्यान रखें कि घर के भीतर ठहरे हुए साफ पानी के प्रत्येक स्रोत की भी सफाई हो जाए। उन्होंने कहा कि जिले में अब तक डेंगू के 20 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। 80 से ज्यादा स्थानों पर निरोधात्मक कार्यवाही की गई है।
158 लोगों को नोटिस
जिला मलेरिया अधिकारी (डीएमओ) डॉ. एके पांडेय ने कहा कि जहां भी लार्वा पनपने के कारण मिले हैं, उसके जिम्मेदार 158 लोगों को नोटिस भेजकर जल जमाव समाप्त करने को कहा गया है। नहीं करने पर 500 रुपये से लेकर 20 हजार रुपये तक जुर्माना लगाया जा सकता है।
डेंगू को जानिए और बचिए
प्लेटलेट्स का कम होना हमेशा डेंगू नहीं होता है। समय से अस्पताल आने पर डेंगू का सस्ता इलाज संभव है। समय से चिकित्सालय पहुंचने पर डेंगू जानलेवा रूप भी नहीं धारण करता। चिकनगुनिया और डेंगू के लक्षण एक तरह के होते हैं। चिकित्सकीय जांच के बाद ही पता चल सकता है कि मरीज को डेंगू या चिकनगुनिया। चिकनगुनिया की खतरनाक अवस्था में शरीर झुक जाता है और वह कभी ठीक नहीं होता। डेंगू और चिकगुनिया एक ही प्रजाति के मच्छर के काटने से होता है और दोनों बीमारियों के मच्छर दिन में काटते हैं।
मच्छरों से बचाव कर हम चिकनगुनिया और डेंगू समेत सभी मच्छरजनित रोगों पर अंकुश पा सकते हैं। अगर किसी को भी बुखार हो तो वह प्रशिक्षित चिकित्सक को ही दिखाए। अपने मन से दवा बिल्कुल न खाए।