गोरखपुर, जेएनएन। शहर की आबादी एक लाख और बढ़ गई है। 31 गांवों के नगर निगम क्षेत्र में शामिल होने के बाद शहर की वर्तमान आबादी 10 लाख से ज्यादा हो चुकी है। हालांकि वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार शहर की आबादी तकरीबन 6.82 लाख थी। इस बीच छह और गांवों को नगर निगम क्षेत्र में शामिल करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस तरह कुुुल 15 गांवों को नगर निगम में शामिल करने की प्रक्रिया चल रही है। यदि यह गांव शामिल हुए तो नगर निगम क्षेत्र में 46 गांव शामिल हो जाएंगे।
इन गांवों का बन चुका प्रस्ताव
बनगाई, अमवा खास, दौलतपुर, नरायनपुर, लक्ष्मीपुर, जंगल रामगढ़ उर्फ रजही, जंगल छत्रधारी, जंगल धूसड़ और जंगल तिकोनिया नंबर-2 का प्रस्ताव बन चुका है। इसके अलावा भिलौरा खुर्द, भिलौरा बुजुर्ग, हर्रैया, पिपरी, बाघागाड़ा और पेवनपुर के बारे में तैयारी चल रही है।
188 करोड़ से होगा विकास
31 गांवों में 188 करोड़ रुपये से विकास कार्य किया जाएगा। नगर निगम ने इन गांवों का सर्वे कर रिपोर्ट तैयार की थी। बजट के लिए प्रस्ताव शासन को भेजा जा चुका है।
76 किलोमीटर बढ़ गया नगर निगम का दायरा
31 गांवों के नगर निगम क्षेत्र में शामिल होने के बाद शहर का दायरा दो सौ किलोमीटर के आंकड़े को पार कर गया है। अब शहर का दायरा 226.6 किलोमीटर हो गया है। इससे पहले शहर का दायरा 145.5 वर्ग
किलोमीटर में था। शहर का दायरा 76.11 किलोमीटर बढ़ गया है।
यह सुविधा मिलेगी
सड़क, नाली, सीवर, स्ट्रीट लाइट, सफाई, कूड़ा उठान की सुविधा मिलेगी। साथ ही शहर का हिस्सा बनने से जमीन के रेट बढ़ेंगे और सुविधाएं मिलने से नागरिकों के जीवनस्तर में सुधार होगा। इसके बाद नागरिकों को जल, सीवर और गृह कर अदा करना पड़ेगा।
गांवों का हो रहा सर्वे
इस संबंध में नगर निगम के आयुक्त अंजनी कुमार सिंह का कहना है कि छह और गांवों को नगर निगम क्षेत्र में शामिल करने का प्रस्ताव मिला है। गांवों का सर्वे कराया जा रहा है। इन गांवों में विकास कार्य अभी ग्राम सभा करा रहा है। वित्तीय वर्ष खत्म होने के बाद 14वें वित्त से आए धन में से विकास कार्य कराया जाएगा।