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गोरखनाथ मंदिर से पर्यटकों को लुभाने की तैयारी, ऐसे हो रही व्यवस्था

गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर को सजाया जा रहा है। ाखूबसूरत बनाया जा रहा है। इस पर 13 करोड रुपये खर्च किए जाएंगे। इसके लिए योजना तैयार है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 06 Mar 2019 02:16 PM (IST)Updated: Wed, 06 Mar 2019 02:16 PM (IST)
गोरखनाथ मंदिर से पर्यटकों को लुभाने की तैयारी, ऐसे हो रही व्यवस्था
गोरखनाथ मंदिर से पर्यटकों को लुभाने की तैयारी, ऐसे हो रही व्यवस्था

गोरखपुर, जेएनएन। बौद्ध परिपथ के केंद्र में मौजूद गोरखपुर में पर्यटकों का ठहराव बढ़ाने के लिए केंद्र से लेकर प्रदेश सरकार तक हर संभव प्रयास कर रही है। इसी क्रम में स्वदेश दर्शन योजना के तहत गोरखनाथ मंदिर को इस तरह तैयार किया जा रहा है कि पर्यटकों को इसकी सुंदरता तो लुभाए ही, उन्हें यहां आने पर किसी तरह की असुविधा भी न हो। इसके लिए केंद्र सरकार ने करीब 13 करोड़ का बजट मंजूर करते हुए 30 फीसद रकम जारी भी कर दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को गोरखनाथ मंदिर में बैठक कर इस कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश दिया। निर्देश मिलने के बाद पर्यटन विभाग कार्य शुरू कराने की तैयारी में जुट गया है।

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छह जोन में तैयार हुई सुंदरीकरण की योजना

मंदिर के सुंदरीकरण की योजना छह जोन में तैयार की गई है। पहले जोन में मंदिर परिसर में मौजूद मेला स्थल का सुंदरीकरण है। मकर संक्रांति के दौरान इस स्थल पर लगने वाले एक महीने के मेले में उमड़ने वाली लाखों की भीड़ को देखते हुए इसके विकास का प्रारूप तैयार किया गया है। खुला मैदान दिखने वाला यह स्थल जल्द ही सुंदर पार्क की तरह दिखेगा। इसे टाइल्स लगाकर सजाया-संवारा जाएगा। लोगों की सुविधा के लिए यहां पेयजल एटीएम और टायलेट ब्लॉक भी बनाया जाएगा। स्थान-स्थान पर पत्थर के बेंच लगाए जाएंगे, जिससे लोगों को विश्राम करने में कोई असुविधा न हो। दूसरे जोन में मंदिर के प्रवेश द्वार को रखा गया, जिसे ग्रेनाइट पत्थरों से सजाया जाएगा। हाईमास्ट और एलईडी लाइट से चमकाया जाएगा। तीसरा जोन कथा स्थल है। इसे भी हाईमास्ट और एलईडी लाइट के चमकाने के साथ आध्यात्मिक कार्यो की जरूरत के मुताबिक विकसित किया जाएगा। चौथे जोन के तहत मंदिर के अनिर्मित भूमि को रखा गया है। मुख्य द्वार से लेकर पूरे मंदिर परिसर की ऐसी भूमि को सजाया-संवारा जाएगा। पांचवां जोन टूरिस्ट सेल्टर होगा, जिसमें पर्यटकों के कुछ देर तक ठहरने का इंतजाम होगा। छठे जोन में परिसर के बाकी बचे स्थलों को रखा गया है, जिससे परिसर का कोई भाग सुंदरीकरण से अछूता न रह जाए। स्वच्छता की दृष्टि से हर जोन में पत्थर का डस्टबिन बनाया जाएगा।

स्वदेश दर्शन के तहत हो रहा कार्य

इस संबंध में क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी रवींद्र कुमार मिश्रा का कहना है कि स्वदेश दर्शन योजना के तहत गोरखनाथ मंदिर के सुंदरीकरण की कार्ययोजना तैयार कर ली गई है। मुख्यमंत्री के निर्देश के मुताबिक दो से तीन दिन में कार्य शुरू करा दिया जाएगा। इसे लेकर संबंधित कार्यदायी संस्था को ताकीद कर दिया गया है। पूरी उम्मीद है कि आने वाले समय में गोरखनाथ मंदिर आध्यात्मिक पर्यटकों के लिए अलावा अन्य पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बनेगा।


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