Gorakhpur पुलिस के रोकने पर गोरखनाथ मंदिर में बम होने की दी झूठी सूचना, गिरफ्तार कर जेल भेजा गया आरोपित
नए साल के अवसर पर रूट डायवर्जन के दौरान पुलिस ने बाइक सवार आरोपित को रोका तो उसने डायल 112 पर फोन कर गोरखनाथ मंदिर को बम से उड़ाने की सूचना दे दी। अफरा-तफरी के बीच छानबीन में सूचना झूठी मिलने पर आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। रूट डायवर्जन के बाद भी बाइक लेकर गोरखनाथ मंदिर की तरफ जा रहे कुर्बान अली ने पुलिसकर्मियों के रोकने पर गोरखनाथ मंदिर में बम होने की झूठी सूचना दी थी। कंट्रोल रूम में उसने अपना नाम शमशाद अली बताया था। छानबीन में पता चला कि जिस नंबर से उसने फोन किया था उसे कूटरचित दस्तावेज पर लिया था। प्रभारी निरीक्षक कैंट ने वैशाली जिले के रहने वाले आरोपित के विरुद्ध झूठी सूचना देने, कूटरचित दस्तावेज तैयार कर जालसाजी करने का मुकदमा दर्ज कराया है। दोपहर बाद उसे न्यायालय में पेश किया गया जहां से जेल भेज दिया गया।
कुर्बान अली ने पुलिस को दी थी ये सूचना
एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने बताया कि बिहार के वैशाली जिला स्थित उपरौल उर्फ धर्मपुर धरम निवासी कुर्बान अली ने रविवार की दोपहर कंट्रोल रूम में फोन कर गोरखनाथ मंदिर में चार युवकों के बम लेकर घुसने की सूचना दी। कंट्रोल रूम में उसने अपना नाम शमशाद बताते हुए कहा कि बम लेकर घुसे युवकों ने काला कपड़ा पहना है। बम स्क्वाड दस्ते के साथ पुलिस ने छानबीन की तो सूचना झूठी मिली।
सर्विलांस की मदद से पकड़ा गया बदमाश
सर्विलांस की मदद से कुर्बान अली को पकड़ा गया। छानबीन करने पर पता चला कि गोलघर फ्लैट नंबर तीन के पते पर बने फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस का इस्तेमाल कर कुर्बान अली ने सिमकार्ड लिया था। सर्विलांस की मदद से रविवार की देर शाम कैंट थाना पुलिस ने आरोपित को कार्मल स्कूल के पास गिरफ्तार किया। उसके कब्जे से घटना में इस्तेमाल मोबाइल फोन बरामद हुआ।
बेकर्स की दुकान पर माल पहुंचाता था कुर्बान
कुर्बान अली ने बताया कि वह गोरखनाथ के इंडस्ट्रीयल एरिया में रेशम विभाग के पास स्थित लक्ष्मी बेकरी के यहां सामान पहुंचाता हूं। रविवार की दोपहर में सामान पहुंचाने जा रहा था लेकिन डायवर्जन का हवाला देकर पुलिसकर्मियों ने धर्मशाला ओवरब्रिज के पास रोक लिया।जिसके बाद परेशान करने के लिए कंट्रोल रूम में फोन कर झूठी सूचना दे दी।