औद्योगिक इकाइयों में डंप हो रहा माल, टेक्सटाइल की स्थिति खराब Gorakhpur News
इकाई से 80 फीसद माल कोलकाता जाता है लेकिन वहां भी मांग नहीं है। स्थानीय स्तर पर भी बाजार बंद ही रह रहे हैं। विदेश से मिलने वाला ऑर्डर अभी मिल रहा है।
गोरखपुर, जेएनएन। लगातार बाजार बंद रहने से औद्योगिक इकाइयां बेहाल हैं। पर्याप्त खपत न होने के कारण उत्पादित माल फैक्ट्रियों में ही डंप करना पड़ रहा है। टेक्सटाइल एवं हार्डवेयर से जुड़ी इकाइयों में स्थिति तो काफी खराब है। 50 फीसद से अधिक माल इकाइयों में ही पड़ा है। उद्यमियों का कहना है कि यही हालात रहे तो उत्पादन बंद करना पड़ सकता है।
बंद हो सकता है उत्पादन
चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष एवं टेक्सटाइल से जुड़ी इकाई (वीएन डायर्स) के प्रबंध निदेशक विष्णु प्रसाद अजितसरिया का कहना है स्थिति अभी सुधरी नहीं है। बताया कि उनकी इकाई से 80 फीसद माल कोलकाता जाता है, लेकिन वहां भी मांग नहीं है। स्थानीय स्तर पर भी बाजार बंद ही रह रहे हैं। विदेश से मिलने वाला ऑर्डर अभी मिल रहा है, लेकिन उसमें कोई बढ़ोत्तरी नहीं है। फैक्ट्री में 50 फीसद से अधिक माल पड़ा है। टेक्सटाइल से जुड़ी लगभग सभी इकाइयों की यही स्थिति है। उन्होंने कहा कि जबतक संभावना रहेगी, उत्पादन जारी रहेगा। पर, लंबे समय तक यही स्थिति रही तो कुछ दिन के लिए उत्पादन बंद रखने के विकल्प पर भी विचार किया जा सकता है।
हार्डवेयर से जुड़ी इकाइयों की दशा भी चिंतनीय
हार्डवेयर से जुड़ी इकाइयों की दशा भी चिंतनीय है। इन उत्पादों को स्थानीय स्तर पर भी बाजार मिलता है, लेकिन पाबंदी के कारण पिछले करीब 25 दिनों से बाजार बंद है। चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज के उपाध्यक्ष आरएन ङ्क्षसह की हार्डवेयर से जुड़ी इकाई है। वह कहते हैं कि फ्लोर मिल व खाद्य पदार्थों से जुड़ी इकाइयों के अलावा अन्य उद्योगों की स्थिति अच्छी नहीं है। गीडा में ही 25 से 30 इकाइयां हार्डवेयर से जुड़ी हैं। लगातार बाजार बंद रहने से माल डंप हो रहा है। पुराने माल का भुगतान भी नहीं हो रहा। यही स्थिति रही तो उत्पादन बंद करना पड़ सकता है।