जीडीए ने अपने ही पूर्व मुख्य अभियंता के भवन पर चलवाया बुलडोजर, जानिए-क्या है मामला
अवैध निर्माण के ध्वस्तीकरण अभियान के तहत जीडीए ने एक नसीहत भरी कार्रवाई की। अपने विभाग से सेवानिवृत्त हुए मुख्य अभियंता की दो मंजिला इमारत पर बुलडोजर चला दिया।
गोरखपुर, जेएनएन। अवैध निर्माण के ध्वस्तीकरण अभियान के तहत जीडीए ने एक नसीहत भरी कार्रवाई की। अपने विभाग से सेवानिवृत्त हुए मुख्य अभियंता की दो मंजिला इमारत पर बुलडोजर चला दिया। पूर्व मुख्य अभियंता बिना नक्शा पास कराए ही निर्माण करा रहे थे।
जीडीए के पूर्व मुख्य अभियंता एसएन त्रिपाठी देवरिया बाईपास रोड पर रामगढ़ ताल पुलिस चौकी के सामने भवन निर्माण करा रहे थे। दो मंजिला भवन का निर्माण कार्य अंतिम दौर में था कि इस बीच किसी ने जीडीए उपाध्यक्ष अमित बसंल से शिकायत कर दी कि निर्माण अवैध रूप से कराया जा रहा है। उपाध्यक्ष की जांच में पता चला कि जहां निर्माण कराया जा रहा है, वह अनियमित क्षेत्र में पड़ती है और ऐसी जमीन पर नक्शा पास कराने का प्रावधान नहीं है। स्थिति साफ होते ही उपाध्यक्ष ने प्रवर्तन टीम को निर्देश दिया कि निर्माण ध्वस्त करा दिया जाए। निर्देश के पालन के क्रम में प्रवर्तन टीम ने शनिवार को बिल्डिंग को ढहाने का कार्य शुरू कर दिया। काफी हिस्सा ध्वस्त कर दिया, बचे हुए हिस्से को ध्वस्त करने का कार्य रविवार को भी जारी रहेगा।
बेल्डिंग मशीन से सील किया होटल
पूर्व मुख्य अभियंता के भवन को ध्वस्त करने की कार्रवाई के बाद प्रवर्तन टीम ने पास में बने उस होटल को फिर से सील कर दिया, जिसे साल भर पहले भी सील किया गया था। बीना शुक्ला नाम की महिला के इस होटल का पिछला सील तोड़ दिया गया था, इसलिए इस बार जीडीए ने होटल के दरवाजे को लोहे की चादर से बेल्डिंग मशीन की मदद से सील किया। सील तोडऩे के खिलाफ होटल मालिक पर जीडीए कार्रवाई करने जा रहा है।
पूर्व मुख्य अभियंता अनियमित क्षेत्र में निर्माण कार्य करा रहे थे। उस क्षेत्र को विनियमित करने की प्रक्रिया चल रही है। ऐसे में उनके भवन का मानचित्र स्वीकृत नहीं हो सकता। अवैध निर्माण न करने के लिए उन्हें तीन बार नोटिस दी गई। इसके बावजूद उन्होंने निर्माण कार्य जारी रखा। ऐसे में उपाध्यक्ष के निर्देश पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई है। - राम सिंह गौतम, सचिव, जीडीए
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