गोरखपुर में डाक्टरों के लिए बनेगा अलग शहर, जीडीए ने की तैयारी Gorakhpur News
गोरखपुर के खोराबार की 170 एकड़ जमीन पर प्रस्तावित टाउनशिप में गोरखपुर की पहली मेडिसिटी भी बनाई जाएगी।
गोरखपुर, जेएनएन। जीडीए (गोरखपुर विकास प्राधिकरण) की ओर से खोराबार की 170 एकड़ जमीन पर प्रस्तावित टाउनशिप में गोरखपुर की पहली मेडिसिटी भी बनाई जाएगी। ले-आउट में इसका प्रावधान किया गया है। एक ही जगह अलग-अलग बीमारियों के विशेषज्ञ डॉक्टरों की सुविधा इस मेडिसिटी में मिल सकेगी। इसे एम्स के पास बनाने का प्रस्ताव है। इसमें 30 से 35 नर्सिंग होम बन सकेंगे।
मिलेंगी कई सुविधाएं
शहर के कई क्षेत्रों में धीरे-धीरे डॉक्टरों की संख्या बढ़ रही है। बाहर से आने वाले मरीजों के वाहन व अन्य कारणों से जाम की समस्या बनी रहती है। मरीज को जब भी एक से अधिक डॉक्टर के सलाह की जरूरत होती है तो उन्हें पूरा दिन इधर से उधर चक्कर लगाना पड़ता है। इस समस्या को देखते हुए जीडीए ने एक मेडिसिटी विकसित करने का निर्णय लिया है। इसके तहत शहर के डॉक्टरों को प्लॉट उपलब्ध कराए जाएंगे। मेडिसिटी में ही ले-आउट पास होने के कारण डॉक्टर वहां तुरंत नर्सिंग होम, क्लीनिक, डायग्नोस्टिक सेंटर बना सकेंगे। इसके साथ ही डॉक्टर यहां आवास की व्यवस्था भी कर सकेंगे।
क्या है उद्देश्य
मेडिसिटी विकसित करने के पीछे प्राधिकरण का उद्देश्य है कि इससे डॉक्टर एक जगह आ जाएंगे और शहर में लगने वाले जाम से राहत मिल सकेगी। मरीजों को भी अलग-अलग परामर्श के लिए एक कोने से दूसरे कोने तक भटकने को मजबूर नहीं होना पड़ेगा। जो भी जरूरी होगी, एक ही परिसर में पूरी हो जाएगी।
डॉक्टरों के साथ करेंगे बैठक
शहर के प्रमुख डॉक्टरों के साथ प्राधिकरण के अधिकारी बैठक भी करेंगे। उनसे मेडिसिटी में अन्य सुविधाओं के बारे में जानकारी ली जाएगी।
इन सुविधाओं का है प्रावधान
एक जगह अलग-अलग रोगों के विशेषज्ञ डॉक्टर मिल सकेंगे।
हर तरह के जांच की सुविधा होगी।
अस्पतालों से निकलने वाले बॉयो मेडिकल वेस्ट के निस्तारण के लिए केंद्र बनेगा।
एंबुलेंस व मरीजों की गाडिय़ां खड़ी करने के लिए स्थान मुहैया कराया जाएगा।
मेडिसिटी में चौड़ी सड़कें होंगी।
बाहर से आने वाले मरीजों के लिए पहुंच आसान होगी।
खोराबार की 170 एकड़ जमीन पर प्रस्तावित टाउनशिप में मेडिसिटी का प्रावधान भी किया गया है। इसका लेआउट तैयार है। यहां कई सुविधाएं मिलेंगी। - अनुज सिंह, उपाध्यक्ष, जीडीए।