जीडीए अफसरों को हर हाल में दस बजे पहुंचना होगा कार्यालय, 12 बजे तक दफ्तर में रहेंगे अफसर
जीडीए के अफसरों और कर्मचारियों को हर हाल में सुबह 10 बजे तक कार्यालय पहुंचना ही होगा। जीडीए अफसरों को दोपहर 12 बजे तक कार्यालय में रुक कर जनता की समस्याएं सुननी होंगी और इसका समाधान कराना होगा।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) के अफसरों और कर्मचारियों को हर हाल में सुबह 10 बजे तक कार्यालय पहुंचना ही होगा। अफसरों को दोपहर 12 बजे तक कार्यालय में रुक कर जनता की समस्याएं सुननी होंगी और इसका समाधान कराना होगा। देर करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।जीडीए उपाध्यक्ष प्रेम रंजन सिंह ने कहा कि अफसरों व कर्मचारियों के कार्यालय में समय से न रहने के कारण जनता की समस्याओं का निस्तारण नहीं हो पाता है। इससे काम में देर होती है। नागरिकों को बेवजह भटकना पड़ता है। कहा कि औचक निरीक्षण में यदि कोई अफसर या कर्मचारी तय समय पर अपने पटल पर नहीं मिला तो कार्रवाई की जाएगी। कहा कि दो दिन तक चले मानचित्र व नामांतरण निस्तारण शिविर में कई ऐसे मामले आए जो काफी पुराने थे। इनका निस्तारण समय से हो जाना चाहिए था। ऐसा होने से प्राधिकरण की छवि भी धूमिल होती है।
दो दिन में जीडीए को 3.36 करोड़ की आय
जीडीए में दो दिनों तक चले विशेष मानचित्र व नामांतरण शिविर में कई मामले निस्तारित हुए। प्राधिकरण को 3.36 करोड़ रुपये से ज्यादा की आय भी हुई। उपाध्यक्ष प्रेम रंजन सिंह ने सप्ताह में सोमवार व मंगलवार का दिन मानचित्र व नामांतरण शिविर के लिए तय कर दिया है। जीडीए उपाध्यक्ष का कहना है कि जो मामले मौके पर नहीं निस्तारित हो सकेंगे, उन्हेंं अगले पांच दिन के भीतर निस्तारित कराया जाएगा ताकि आम आदमी को मानचित्र स्वीकृत कराने में किसी भी तरह की दिक्कत न हो।
इससे अवैध निर्माण पर रोक लगेगी और प्राधिकरण को आय भी होगी। शिविर के दूसरे दिन जीडीए उपाध्यक्ष और सचिव राम सिंह गौतम पूरे समय मौजूद रहे। दो दिन में मानचित्र और नामांतरण संबंधित 40 से अधिक मामलों का निस्तारण हुआ। जो मामले बच गए हैं उन्हेंं सात अगस्त तक निस्तारित करने के निर्देश दिए गए हैं।