Gorakhpur news: नया गोरखपुर बसाने के लिए जमीन की दरकार, किसान नहीं हो रहे तैयार, इन गांवों में जाएंगी टीमें
Gorakhpur newsजमीन देने में किसानों ने जताई असमर्थता। कुसम्ही क्षेत्र के गांवों में जमीन अधिग्रहण के लिए किसानों से वार्ता करने पहुंची थी जीडीए की टीम। अलग-अलग छह गांवों में गई टीमों ने सर्किल रेट के चार गुणा के बराबर धनराशि देने का दिया प्रस्ताव।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। नया गोरखपुर के लिए जमीन अधिग्रहण की तैयारी चल रही है। गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) की टीमें लगातार गांव में जाकर किसानों से बात कर रहे हैं। सोमवार को टीमें कुसम्ही क्षेत्र के गांवों में गईं, लेकिन किसानों ने अपनी मजबूरी बताते हुए जमीन दे पाने में असमर्थता जताई। इन गांवों में टीमें बुधवार को भी जाएंगी।
किसानों ने जमीन देने से किया इनकार
वहरामपुर गांव में जीडीए के विशेष कार्याधिकारी प्रदीप कुमार सिंह के नेतृत्व में टीम पहुंची। भैंसहा में अवर अभियंता सत्य प्रकाश चौधरी के नेतृत्व में टीमें पहुंचीं। जीडीए की ओर से विशेष कार्याधिकारी ने बताया कि जमीन के लिए सर्किल रेट के चार गुणा के बराबर भुगतान किया जाएगा। किसानों ने इस दर पर जमीन देने से इनकार कर दिया। आक्रोशित किसानों ने कहा कि यहां पर जनसंख्या के सापेक्ष जमीन कम है। बड़ी संख्या में लोग बेरोजगार हैं, ऐसे में जमीन ही आजीविका का साधन है। सभी किसानों ने जमीन देने से इनकार कर दिया। इस दौरान प्रधान प्रतिनिधि आलोक प्रधान, राजेंदद्र जायसवाल, पूर्व प्रधान छविलाल राजभर आदि उपस्थित रहे।
इन गांवों में गई जीडीए की टीम
रुद्रापुर, बहरामपुर, भैंसहा, आराजी बसडीला, जगदीशपुर, सिसवा उर्फ धनकापुर में किसानों ने बात की गई। आराजी मतौनी व माड़ापार में सचिव के नेतृत्व में, तकिया मेदिनीपुर में विशेष कार्याधिकारी, कोनी में प्रभारी मुख्य अभियंता, कुसम्ही में अधिशासी अभियंता विद्युत, मठिया बुजुर्ग में सहायक अभियंता व जयपुर में सहायक संपत्ति अधीक्षक के नेतृत्व में टीम किसानों के साथ बैठक करेगी।