गाेरखपुर मेट्रो की राह में बाधा बनी फोरलेन, अधिकारियों ने किया निरीक्षण Gorakhpur News
गोरखपुर मेट्रो में आ रही बाधा दूर करने के लिए उच्च स्तरीय अधिकारियों ने गोरखपुर में डेरा डाल दिया है। अधिकारी मेट्रो रूट का मुआयना कर समस्या का हल निकालेंगे।
गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर मेट्रो रेल परियोजना में आ रही बाधा दूर करने के लिए लखनऊ मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (एलएमआरसी) के निदेशक संजय मिश्र के साथ पीडब्ल्यूडी और जीडीए के अफसरों की टीम ने मेट्रो के प्रस्तावित रूट का मौके पर निरीक्षण किया और बाधाओं के निदान पर मंथन किया। कार्यदायी संस्था राइट्स के प्रबंधक भी मौजूद रहे। मंथन का मुख्य बिंदु मेट्रो रूट और फोरलेन के निर्माण के बीच संतुलन बनाना रहा। निरीक्षण और मंथन से निकले निष्कर्ष को यह टीम शुक्रवार को प्रमुख सचिव आवास व शहरी नियोजन के सामने रखेगी।
अतिक्रमण हटाने की जरूरत जताई
निरीक्षण की शुरुआत मोहद्दीपुर से हुई। उसके बाद यातायात तिराहे के पास बनने वाले मेट्रो जंक्शन स्टेशन के निर्माण की संभावना पर विचार किया। लोक निर्माण विभाग (एनएच) के कार्य अधीक्षक एमके अग्रवाल ने मोहद्दीपुर से जंगल कौडिय़ा तक के फोरलेन का डिजाइन दिखाया। टीम गोरखनाथ मंदिर के सामने पहुंची तो मेट्रो रेल को लेकर वहां का अतिक्रमण हटाए जाने की कार्ययोजना पर बात हुई।
टीम ने रूट देखा
टीम ने मेडिकल कॉलेज से असुरन, गोलघर होते हुए कचहरी चौराहे तक मेट्रो रूट देखा। निरीक्षण का सिलसिला गुरुंग तिराहा, एम्स, मालवीय नगर, प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय होते हुए सूबा बाजार तक चला। अंत में टीम शाम चार बजे जीडीए दफ्तर पहुंची, जहां उसने उपाध्यक्ष अन्नावी दिनेश कुमार से मेट्रो निर्माण में आ रही बाधाओं पर विस्तार से चर्चा की।
फोरलेन बन रही है बाधा
राइट्स के प्रबंधक प्रियांक इटोरिया ने बताया कि मेट्रो दो कॉरिडोर से गुजरनी है। रूट के बड़े हिस्से पर फोरलेन का निर्माण चल रहा है। दोनों के बीच समन्वय को लेकर निरीक्षण किया गया है। इस मौके पर एलएमआरसी के मुख्य अभियंता रवि जैन, विपिन मिश्रा, लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता एसपी सिंह और जीडीए के सहायक अभियंता एसपी अरविंद आदि भी मौजूद रहे।