Move to Jagran APP

चारो लुटेरे गिरफ्तार, एक माह पूर्व की थी शराब की दुकान में लूट Gorakhpur News

28 जून की रात में दुकान पर पहुंचे बाइक सवार चार बदमाशों ने मुनीम समेत दो कर्मचारियों को तमंचे के बल पर बंधक बनाकर बिक्री के 5200 रुपये और तीन पेटी शराब लूट लिया था।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Thu, 23 Jul 2020 07:36 PM (IST)Updated: Thu, 23 Jul 2020 07:36 PM (IST)
चारो लुटेरे गिरफ्तार, एक माह पूर्व की थी शराब की दुकान में लूट Gorakhpur News
चारो लुटेरे गिरफ्तार, एक माह पूर्व की थी शराब की दुकान में लूट Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। देसी शराब की दुकान के मुनीम को बंधक बनाकर रुपये व शराब लूटने वाले चार बदमाशों को गुलरिहा पुलिस ने बुधवार की रात गिरफ्तार कर लिया। बदमाशों के पास से 1090 रुपये नकद, एक पेटी देसी शराब, दो तमंचा, कारतूस और लूट में इस्तेमाल दो बाइक बरामद हुई है। इसके पहले इस गैंग ने भटहट रोड पर एक पत्रकार का मोबाइल फोन लूट लिया था।

loksabha election banner

28 जून की रात हुई थी लूट

एसपी नार्थ अरविंद पांडेय ने गुरुवार की दोपहर पुलिस लाइन में प्रेस वार्ता कर यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सरहरी, बनरहां निवासी सेवानिवृत्त बैंककर्मी दुर्गा जायसवाल की सरहरी के महराजगंज रोड पर देसी शराब की दुकान है। 28 जून की रात में दुकान पर पहुंचे बाइक सवार चार बदमाशों ने मुनीम समेत दो कर्मचारियों को तमंचे के बल पर बंधक बनाकर बिक्री के 5200 रुपये और तीन पेटी शराब लूट लिया। वारदात के बाद मुनीम और कर्मचारी का मोबाइल लेकर फरार हो गए। लूट का मुकदमा दर्ज कर पुलिस छानबीन कर रही थी।

यहां के निवासी हैं चारो लुटेरे

बुधवार की रात में मुखबिर की सूचना पर गुलरिहा थानेदार मनोज राय व सरहरी चौकी प्रभारी धनंजय राय ने मंगलपुर कजरहटे बाग के पास घेराबंदी कर वारदात में शामिल चारो बदमाशों को पकड़ लिया। पूछताछ में उनकी पहचान गुलरिहा, मंगलपुर बौडिहवा निवासी अजय कुमार यादव, सुजीत कुमार, मंगलपुर कोईलहिया के आशीष निषाद और महराजगंज चौराहा के कमरुद्दीन उर्फ पमपम के रूप में हुई। उनकी निशानदेही पर मनीम से लूटा हुआ मोबाइल, शराब व नकदी  बरामद हुआ।

ऐसे बनी थी लूट की योजना

पूछताछ में पता चला कि अजय के कहने पर चारों ने शराब की दुकान में लूट करने की योजना बनाई। एसपी नार्थ ने बताया कि० आशीष निषाद वर्ष 2013 में एनडीपीएस और 2018 में चोरी के आरोप में जेल जा चुका है। कमरूद्दीन बैंड कंपनी चलाता है। लॉक डाउन में बैंड का काम नहीं हुआ तो वह लूट की योजना में शामिल हो गया। अजय कुमार यादव की मिठाई की दुकान थी जो बंद हो चुकी है। आशीष अपने गांव पर मछली पालन करता है। सुजीत यादव अपने गांव में स्कूल चलाता था। लेकिन विवाद के कारण स्कूल भी बंद हो गया। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.