युवक का हाथ-पैर बांधकर ले जा रहे थे कानपुर, पुृलिस ने दबोचा, जानें-क्या था माजरा
गोरखपुर से एक युवक का हाथ पैर बांध कर कुछ लोग कानपुर ले जा रहे थे। वे अपने नशा मुक्ति केंद्र का कर्मचारी बता रहे थे।
गोरखपुर, जेएनएन। खोराबार के युवक को अगवा कर कार से कानपुर ले जा रहे चार संदिग्धों को राजघाट पुलिस ने हाबर्ट बांध पर गिरफ्तार कर लिया। आरोपित खुद को नशा उन्मूलन केंद्र का कर्मचारी बता रहे थे। जांच में कोई प्रमाण न मिलने पर पुलिस ने युवक की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया। सीओ कोतवाली वीपी सिंह ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि पुलिस को सूचना मिली कि कुछ लोग एक व्यक्ति को बंधक बनाकर बिना नंबर की गाड़ी में लादकर देवरिया बाईपास के रास्ते नौसढ़ की तरफ जा रहे हैं। राजघाट थाना प्रभारी राजेश पांडेय ने शाम हाबर्ट बांध पर टीपी नगर चौकी प्रभारी अंजनी यादव के साथ घेराबंदी कर कार रोक ली। उसमें चार लोग बैठे थे, जिन्होंने एक युवक का हाथ-पैर बाध कर पीछे की सीट के नीचे बैठाया था। उसे पुलिस ने आजाद कराया। पूछताछ में युवक की पहचान खोराबार, रामपुर गांव के नथई टोला निवासी नवीन सिंह के रूप में हुई। पकड़े गए आरोपित अपने को नशा मुक्ति केंद्र कानपुर का कर्मचारी बता रहा थे। जांच में इसका कोई प्रमाण नहीं मिला।
इनकी हुई गिरफ्तारी
उनकी पहचान गोरखनाथ क्षेत्र के विकास नगर कॉलोनी निवासी राजेंद्र सिंह, संतकबीरनगर जिले के बखिरा थाना क्षेत्र के बड़गो निवासी अजय प्रसाद, पश्चिम चंपारण के बेतिया, बेलडाढ़ बंगाली कॉलोनी निवासी अनूप कुमार और प्रयागराज जिले के धुमनगंज क्षेत्र के पिपल उर्फ शाहपुर झलवा निवासी विमल सिंह के रूप में हुई। नवीन की तहरीर पर आरोपितों पर जालसाजी, बंधक बनाने और मारपीट का मामला दर्ज किया गया है। सीओ कोतवाली ने बताया कि आरोपितों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। कल तक स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।
पुलिस को बताया भाई की सूचना पर ले जा रहे थे
आरोपितों ने पुलिस को बताया कि नवीन को नशा मुक्ति केंद्र ले जाने के लिए उसके भाई ने फोन किया था। इस सूचना पर वह रामपुर गांव पहुंचे थे। वहां से उसे लेकर कानपुर जा रहे थे। नवीन के घरवाले नशा मुक्ति केंद्र में फोन करने की बात से इन्कार कर रहे हैं।
अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप