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गोरखपुर में चार फर्जी शिक्षक बर्खास्‍त, दूसरे के अंकपत्र पर बन गए थे शिक्षक

जांच में चार शिक्षकों के प्रमाण पत्र फर्जी मिले हैं। इन सभी शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है। जल्द ही इन पर मुकदमा दर्ज कराकर वेतन रिकवरी की कार्रवाई की जाएगी। इस तरह से जिले में कुल 65 शिक्षकों को बर्खास्‍त किया जा चुका है।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Fri, 25 Sep 2020 09:12 PM (IST)Updated: Fri, 25 Sep 2020 09:12 PM (IST)
गोरखपुर में चार फर्जी शिक्षक बर्खास्‍त, दूसरे के अंकपत्र पर बन गए थे शिक्षक
फर्जी शिक्षकों के बर्खास्‍त से संबंधित प्रतीकात्‍मक फोटो।

गोरखपुर, जेएनएन। अब तक अपनी चालाकी के बल पर नौकरी हासिल करने वाले शिक्षक एक-एक कर विभाग की गिरफ्त में आ रहे हैं। जांच में पुष्टि होने पर शुक्रवार को नटवरलाल बनकर फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी करने वाले चार शिक्षकों को विभाग ने बर्खास्त कर दिया। अब इन फर्जी शिक्षकों से वसूली भी की जाएगी।

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बीईओ की रिपोर्ट पर फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी करने वाले चार शिक्षक बर्खास्त

जनपद के प्राथमिक स्कूल जंगल रसूलपुर के प्रधानाध्यापक रामजीत यादव ने गोरखपुर विश्वविद्यालय के रूपेश कुमार के स्नातक के अंकपत्र को फर्जी ढंग से अपने नाम से तैयार कर नौकरी हासिल कर ली थी। जब चोरी पकड़ी गई तो गायब हो गए। अब रामजीत के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर वेतन रिकवरी की जाएगी। इन चारों शिक्षकों पर कार्रवाई के साथ ही जिले में अब बर्खास्त होने वाले शिक्षकों की संख्या 65 पहुंच गई है।

बर्खास्त शिक्षकों में दूसरे शिक्षक हैं प्राथमिक विद्यालय चिल्लूपार के प्रधानाध्यापक राम सहाय यादव। विभाग ने इनसे उनके सभी प्रमाण पत्र जांच के लिए मांगें थे, जिसके बाद से ही यह  गायब हो गए। बाद में बीएसए ने निलंबित कर जांच शुरू कर दी। इनकी नियुक्ति 1996 में गोला के प्राथमिक स्कूल भरवल में सहायक शिक्षक के रूप में हुई थी। जब इनके सीपीएड के अंकपत्र की जांच हुई तो पता चला कि यह फर्जी है। इसके बाद बीएसए ने इन्हें बर्खास्त कर दिया।

इसका भी अंकपत्र फर्जी मिला

इसी प्रकार तीसरे शिक्षक प्राथमिक स्कूल महुअवां बुजुर्ग के प्रधानाध्यापक सुरेश कुमार हैं। इनकी हाईस्कूल और इंटर दोनों ही अंकपत्र फर्जी मिले हैं। जिसके आधार पर बीएसए ने इनकी सेवा समाप्त कर दी है। इसी तरह चौथे बर्खास्त शिक्षक प्राथमिक स्कूल नदुआ ज्ञानपान के प्रधानाध्यापक गामा प्रसाद हैं। इन्होंने बीटीसी की मेरिट सूची में हेराफेरी कर नौकरी हासिल की थी। खुलासा होने पर बीएसए इन्हें बर्खास्त कर दिया।

अब तक 65 शिक्षक बर्खास्‍त

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेन्‍द्र नारायण सिंह का कहना है कि जांच में चार शिक्षकों के प्रमाण पत्र फर्जी मिले हैं। इन सभी शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है। जल्द ही इन पर मुकदमा दर्ज कराकर वेतन रिकवरी की कार्रवाई की जाएगी। इस तरह से जिले में कुल 65 शिक्षकों को बर्खास्‍त किया जा चुका है। 


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