उप निबंधक समेत चार कर्मचारी हिरासत में
दीपक मणि का अपहरण कर जमीन बैनामा कराने के मामले में रजिस्ट्री कार्यालय के उपनिबंधक समेत चार कर्मचारियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। इनसे पूछताछ की जा रही है। 10 करोड़ की संपत्ति को जबरिया लिखाने और स्टांप शुक्ल कम देने का उक्त सभी पर आरोप है।
गोरखपुर : दीपक मणि का अपहरण कर जमीन बैनामा कराने का मामला अब और तूल पकड़ने लगा है। पुलिस ने अपनी विवेचना तेज कर दी है और विवेचना के दौरान ही इसमें सहयोग करने वाले देवरिया के उप निबंधक समेत चार कर्मचारियों को हिरासत में ले लिया गया। इन लोगों पर 120 बी के तहत कार्रवाई करने की भी तैयारी है। इसके अलावा बैनामा में शामिल जिला पंचायत अध्यक्ष की मां व एक अन्य महिला के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
मालूम हो कि देवरिया जिले के देवरिया खास निवासी दीपक मणि का सवा महीने तक अपहरण कर जमीन बैनामा कराने की कार्रवाई पूरी करने के मामले में हर दिन कुछ नई बात सामने आ रही है। एक दिन पूर्व सीओ सिटी सीताराम ने उप निबंधन कार्यालय पहुंच इसकी जांच की। जांच में बहुत कुछ झोल नजर आया और उन्होंने अपनी रिपोर्ट पुलिस अधीक्षक को दे दी। मामले की विवेचना कर रहे शहर कोतवाल प्रभातेश श्रीवास्तव की जांच अब इसमें सहयोग करने वाले लोगों की तरफ बढ़ गई है। उधर पुलिस की बढ़ती सख्ती को देख कुछ लोग अपने को इससे बचाने की जुगत में लग गए हैं और पैरवी भी कराना शुरू कर दिया है। इसी बीच दीपक मणि अपहरण काड में पुलिस अधीक्षक रोहन पी कनय के निर्देश पर पुलिस ने शनिवार को रजिस्ट्री कार्यालय के उप निबंधक फूलचंद यादव, कर्मचारी रामशरण सिंह, सोमनाथ राव और तहसील परिसर से दस्तावेज लेखक कौशल किशोर को हिरासत में ले लिया। इससे दोनो कार्यालय परिसर में अफरा-तफरी का माहौल रहा। उक्त चारो आरोपियों को पुलिस कोतवाली के बंद कमरे में पूछताछ कर रही है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि उपनिबंधक से आरोपित जिला पंचायत अध्यक्ष रामप्रवेश यादव की मोबाइल पर बात करने की पुष्टि हुई है। उसी सिलसिले में उप निबंधक समेत चार लोगों को हिरासत में लिया गया है।
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