पूर्व मंत्री ने लगाया आरोप, कहा-आवास योजना में भाजपा ले रही कमीशन Gorakhpur News
पूर्व मंत्री ने कहा कि वसूली की लिस्ट बननी शुरू हो गई है। गरीबों के विकास के नाम पर केवल ढिंढोरा पीटा जा रहा है। उन्होंने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि यह सब प्रशासन की जानकारी में हो रहा है।
गोरखपुर, जेएनएन। पूर्व मंत्री ब्रह्माशंकर त्रिपाठी ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री आवास योजना ( ग्रामीण व शहरी) में भाजपा के लोकल नेताओं ने गांवों व वार्डों में एजेंट नामित कर रखे हैं। लाभार्थियों से एक निश्चित रकम कमीशन में मिलने के बाद ही आवास के लिए पैसा जारी हो रहा है। पात्र-अपात्र से मतलब नहीं रह गया है, जो कमीशन देता है उसको आवास मिलता है। यह स्थिति ठीक नहीं है।
पूर्व मंत्री अपने कसया में आवास पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वसूली की लिस्ट बननी शुरू हो गई है। गरीबों के विकास के नाम पर केवल ढिंढोरा पीटा जा रहा है। उन्होंने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि यह सब प्रशासन की जानकारी में हो रहा है। कहीं पर कुछ भी छिपा नहीं रह गया है। उन्होंने कहा कि सपा सरकार में कुशीनगर में चार बड़ी योजनाएं शुरू हुईं। एयरपोर्ट, माडल टाउन, खादी प्रशिक्षण केंद्र, मैत्रेय परियोजना। मैत्रेय परियोजना को ही बंद कर दिया गया, बाकी पर अपने नाम का बोर्ड लगाकर श्रेय लेने की होड़ लगी है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार एयरपोर्ट भी बंद करना चाहती थी, पर जनता ने संघर्ष किया। उसे शुरू करने के लिए अब तारीख पर तारीख पड़ रही है। लेकिन वह दिन तय नहीं हो पा रहा है कि उसे कब संचालित किया जाएगा। गन्ना मूल्य सवाल पर पूर्व मंत्री ने कहा कि गन्ना किसानों का बकाया व वर्तमान भुगतान में हीलाहवाली हो रही है। घटतौली को लेकर भी पूर्व मंत्री ने सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि डीजल, यूरिया, पेट्रोल के दाम रोज बढ़ रहे हैं। जनता पिस रही है।
निष्पक्ष जांच की मांग
पूर्व मंत्री ने कसया क्षेत्र के भठही में दो व नटवलिया में हुई एक मौत में समानता होने की बात कहते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है। पूर्व मंत्री ने कहा कि तीनों मौतों में समानता संयोग नहीं है। भठही का विनोद यादव चौराहे पर चाय पीया, लोगों से बात की और कुछ देर बाद ही उसका शव पेड़ पर लटका पाया गया। उन्होंने साफ-साफ चेतावनी देते हुए कहा कि पुलिस इसे आत्महत्या का रूप देने की कोशिश न करें, बल्कि जांच कर सच्चाई का पता लगाए।