गोरखपुर में आश्रम के लिए चंदा देने आए छत्तीसगढ़ के व्यापारी से ठगी, आठ लाख रुपये का लगाया चूना
छत्तीसगढ़ के रहने वाले प्रसन्ना जैन के साथ गोरखपुर जिले के कैंपियरगंज में घटना हुई है। तीन माह पहले जालसाज ने मंदिर निर्माण के नाम पर व्यापारी से 2.90 लाख रुपये लिए थे। इसके बाद आश्रम बनवाने का झांसा देकर कैंपियरगंज में बुलाकर जालसाज ने ठगी की।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गोरखपुर जिले के कैंपियरगंज में वृद्धा आश्रम बनाने के लिए छत्तीसगढ़ से चंदा देने आए व्यापारी को झांसा देकर जालसाज आठ लाख रुपये लेकर फरार हो गए। तीन माह पहले आरोपितों ने मंदिर बनवाने के नाम पर खाते में 2.90 लाख रुपये मंगवाए थे। सर्विलांस की मदद से कैंपियरगंज पुलिस आरोपितों की तलाश कर रही है।
ये है मामला: छतीसगढ़, दुर्ग के महाबीर कालोनी में रहने वाले व्यापारी प्रसन्ना जैन ने पुलिस को दी तहरीर में लिखा है कि तीन माह पहले दुर्ग रेलवे स्टेशन पर सन्यासी के भेष में रमायन सिंह नाम का व्यक्ति मिला था। उसने बताया था कि देवरिया, पथरदेवा के नौगांवा का रहने वाला है।
मंदिर निर्माण के नाम पर भी लिए थे रुपये: मंदिर निर्माण के नाम पर रमायन ने अपने खाते में 2.90 लाख रुपये लिए थे। तीन माह पहले कैंपियरगंज में आश्रम बनवाने का झांसा देकर गोरखपुर बुलाया। रेलवे स्टेशन रोड स्थित होटल सिद्धार्थ में सन्यासी ने उनकी मुलाकात सरदार नाम के व्यक्ति से कराई।
आश्रम बनाने के लिए जालसाजों ने मांगे थे 11 लाख: दो दिन पहले रमायन ने वृद्धा आश्रम के निर्माण के नाम पर 11 लाख रुपये मांगे। अपने साथी संग प्रसन्ना जैन आठ लाख रुपये लेकर गोरखपुर पहुंचे। फोन करने पर उन्हें कैंपियरगंज ओवरब्रिज के नीचे बुलाया गया। जहां पहुंचने पर रमायन उन्हें मिरचाहे कुटी ले गया। मंदिर में पूजा करने के बाद उनकी मुलाकात बड़े महंत से करवाने के बहाने बाहर निकला। कुछ दूर आगे बढ़ने पर दो बाइक से पहुंचे चार युवक पहुंचे जिनके साथ होटल में मिलने आया सरदार भी था। हाथ से बैग छीनने के बाद रमायन के साथ सभी लोग फरार हो गए। \
अधिकारी बोले: एसएसपी डा. विपिन ताडा ने बताया कि वृद्धा आश्रम खोलने के बाद व्यापारी से ठगी हुई है।आरोपितों की तलाश चल रही है।जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।