यहां पर्यटक पुलिस को दिया जाएगा विदेशी भाषा का प्रशिक्षण
कुशीनगर में तमाम देशों के पर्यटक आते हैं। उनको मदद करने के लिए पर्यटक पुलिस को विदेशी भाषाओं में प्रशिक्षण दिया जाएगा।
By Edited By: Published: Tue, 04 Dec 2018 07:21 AM (IST)Updated: Wed, 05 Dec 2018 09:16 AM (IST)
गोरखपुर, जेएनएन। अंतरराट्रीय पर्यटक केंद्र कुशीनगर में पर्यटकों की सुरक्षा और सहयोग के लिए तैनात पर्यटक पुलिस अब विदेशी पर्यटकों से उनकी भाषा में बातचीत कर सकेगी। इसके लिए उन्हे विदेशी भाषा का प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण का कार्य यहां मोनास्ट्रीज के सहयोग से होगा। बुद्धस्थली का भ्रमण करने के लिए सर्वाधिक संख्या में दक्षिण-पूर्व एशिया के देशों के सैलानी आते हैं।
इसमें श्रीलंका, थाईलैंड, म्यांमार, ताइवान, जापान, चीन आदि देशों के पर्यटकों की संख्या सर्वाधिक होती है। विभाग पर्यटक पुलिस को इन्हीं देशों की भाषाओं का प्रशिक्षण देने की योजना बना रहा है। प्रशिक्षण के बाद पर्यटक पुलिस विदेशी सैलानियों की भाषा में उनसे बातचीत कर उन्हें उचित सहयोग और सुरक्षा प्रदान कर सकेंगे। योजना के अनुसार विदेशी भाषा का प्रशिक्षण देने का कार्य यहां स्थित मोनास्ट्री के प्रतिनिधियों द्वारा किया जाएगा। विदेशी सैलानियों को हो रही थी परेशानी कुशीनगर में आने वाले विदेशी सैलानियों को काफी परेशानी होती है। वह कभी कुछ सहयोग या सुरक्षा से संबंधित मामलों में सबसे ज्यादा परेशानी होती थी।
चाहकर भी विदेशी सैलानी सहयोग नहीं ले पाते थे। अब जब यहां की पर्यटक पुलिस को विदेशी भाषा की जानकारी हो जाएगी तो वह अपनी समस्या अपनी भाषा में कह सकेंगे। उन्हें दुभाषिया का सहयोग नहीं लेना पड़ेगा। इसके पीछे यह भी तथ्य छिपा है कि इससे विदेशी सैलानी आकर्षित होंगे। उनकी संख्या बढ़ेगी। इससे राजस्व को फायदा होगा। इस पर चल रहा विचार यदि पर्यटक पुलिस को विदेशी भाषा की जानकारी हो जाए तो उनकी कार्य क्षमता बढ़ जाएगी। प्रशिक्षित पर्यटक पुलिस सैलानियों को और बेहतर सहयोग व सुरक्षा देने में सक्षम हो सकेंगे। मोनास्ट्रीज से सहयोग मिलने पर विदेशी भाषा प्रशिक्षण के संदर्भ में विचार किया जा रहा है।
इसमें श्रीलंका, थाईलैंड, म्यांमार, ताइवान, जापान, चीन आदि देशों के पर्यटकों की संख्या सर्वाधिक होती है। विभाग पर्यटक पुलिस को इन्हीं देशों की भाषाओं का प्रशिक्षण देने की योजना बना रहा है। प्रशिक्षण के बाद पर्यटक पुलिस विदेशी सैलानियों की भाषा में उनसे बातचीत कर उन्हें उचित सहयोग और सुरक्षा प्रदान कर सकेंगे। योजना के अनुसार विदेशी भाषा का प्रशिक्षण देने का कार्य यहां स्थित मोनास्ट्री के प्रतिनिधियों द्वारा किया जाएगा। विदेशी सैलानियों को हो रही थी परेशानी कुशीनगर में आने वाले विदेशी सैलानियों को काफी परेशानी होती है। वह कभी कुछ सहयोग या सुरक्षा से संबंधित मामलों में सबसे ज्यादा परेशानी होती थी।
चाहकर भी विदेशी सैलानी सहयोग नहीं ले पाते थे। अब जब यहां की पर्यटक पुलिस को विदेशी भाषा की जानकारी हो जाएगी तो वह अपनी समस्या अपनी भाषा में कह सकेंगे। उन्हें दुभाषिया का सहयोग नहीं लेना पड़ेगा। इसके पीछे यह भी तथ्य छिपा है कि इससे विदेशी सैलानी आकर्षित होंगे। उनकी संख्या बढ़ेगी। इससे राजस्व को फायदा होगा। इस पर चल रहा विचार यदि पर्यटक पुलिस को विदेशी भाषा की जानकारी हो जाए तो उनकी कार्य क्षमता बढ़ जाएगी। प्रशिक्षित पर्यटक पुलिस सैलानियों को और बेहतर सहयोग व सुरक्षा देने में सक्षम हो सकेंगे। मोनास्ट्रीज से सहयोग मिलने पर विदेशी भाषा प्रशिक्षण के संदर्भ में विचार किया जा रहा है।
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