सरयू नदी की कटान से कई गावों पर बाढ़ का खतरा, दर्जन भर स्थानों पर हो रहा है कटान Gorakhpur News
सरयू नदी के जलस्तर में लगातार उतार चढ़ाव जारी है। बारिश के चलते किनारों पर दलदली हो चुकी जमीन को दरिया लगातार काट रही है।
By Edited By: Published: Mon, 29 Jul 2019 06:00 AM (IST)Updated: Mon, 29 Jul 2019 02:12 PM (IST)
गोरखपुर, जेएनएन। बस्ती जिले में सरयू नदी के जलस्तर में लगातार उतार चढ़ाव जारी है। बारिश के चलते किनारों पर दलदली हो चुकी जमीन को दरिया लगातार काट रही है। प्रभावित नागरिक घर और उपजाऊ भूमि को बचाने के लिए प्रशासन से लगातार गुहार लगा रहे हैं।
प्रशासन कटान रोकने के प्रति संवेदनशील नहीं दिख रहा। केंद्रीय जल आयोग अयोध्या के अनुसार रविवार को करीब तीन बजे सरयू नदी का जलस्तर शनिवार के जल जलस्तर 91.890 मीटर से 13 सेमी घट कर 91.76 मीटर पर स्थिर हो गया है। केंद्रीय जल आयोग ने जलस्तर में वृद्धि का अनुमान लगाया है। नदी के घटते बढ़ते जलस्तर के चलते विक्रमजोत विकास खंड के तटबंध विहीन गांव रानीपुर, केशवपुर, बाघानाला, भरथापुर, कल्यानपुर, पड़ाव में भीषण कटान हो रही है। संवेदनशील स्थिति केशवपुर गांव की है।
सरयू की धारा अयोध्या से निकलकर सीधे इस गांव के सामने टकरा रही है। उपजाऊ जमीन काटते हुए आबादी की ओर बढ़ रही है। बचाव के नाम पर बाढ़ खंड ने 5 सालों से कुछ भी नहीं किया है। बाढ़ प्रभावित ग्रामीण प्रदर्शन और सिफारिश कर मायूस हो चुके हैं। बाघानाला के पास तटबंध व अंत्येष्टि स्थल को खतरा देख बाढखंड ने नदी की कटान को रोकने के लिए काफी दबाव के बाद कटर का निर्माण शुरू किया है।
भरथापुर, कल्यानपुर को नदी ने दो तरफ से घेर रखा है। एसडीएम ने किया तटबंध का निरीक्षण अतिसंवेदनशील तटबंध कटरिया-चांदपुर पर रविवार की सुबह 10 बजे उपजिलाधिकारी हर्रैया जगदंबा सिंह औचक निरीक्षण करने पहुंचे। एसडीएम जब कटरिया चांदपुर तटबंध पर पहुंचे तो बाढ़ खंड का कोई अधिकारी मौजूद नहीं था। ठेकेदार के मुंशी व कुछ मजदूर थे। थोड़ी देर निरीक्षण के बाद वह खलवा और खजंचीपुर गांव के निकट हो रही कटान देखने पहुंचे। उन्होंने नायब तहसीलदार कन्हैया लाल को मौके की स्थिति की लिखित जानकारी देने का निर्देश दिया।
लेखपाल को प्रत्येक दिन रिपोर्ट देने की बात कही जब वहां से लौटे तो बाढ़ खंड के अवर अभियंता स्वप्निल श्रीवास्तव आ चुके थे। उन्होंने तटबंध पर चल रहे मरम्मत कार्य का जायजा लिया। गौरा-सैफाबाद तटबंध के ठोकर नंबर 4 पर मरम्मत कार्य की स्थिति देखी। राजस्व के निरीक्षक राम चंद्र, उदय राज, संदेश, हल्का लेखपाल अजय, शोभा राम, शशिधर, संदीप, पवन, मो.इमरान मौजूद रहे।
प्रशासन कटान रोकने के प्रति संवेदनशील नहीं दिख रहा। केंद्रीय जल आयोग अयोध्या के अनुसार रविवार को करीब तीन बजे सरयू नदी का जलस्तर शनिवार के जल जलस्तर 91.890 मीटर से 13 सेमी घट कर 91.76 मीटर पर स्थिर हो गया है। केंद्रीय जल आयोग ने जलस्तर में वृद्धि का अनुमान लगाया है। नदी के घटते बढ़ते जलस्तर के चलते विक्रमजोत विकास खंड के तटबंध विहीन गांव रानीपुर, केशवपुर, बाघानाला, भरथापुर, कल्यानपुर, पड़ाव में भीषण कटान हो रही है। संवेदनशील स्थिति केशवपुर गांव की है।
सरयू की धारा अयोध्या से निकलकर सीधे इस गांव के सामने टकरा रही है। उपजाऊ जमीन काटते हुए आबादी की ओर बढ़ रही है। बचाव के नाम पर बाढ़ खंड ने 5 सालों से कुछ भी नहीं किया है। बाढ़ प्रभावित ग्रामीण प्रदर्शन और सिफारिश कर मायूस हो चुके हैं। बाघानाला के पास तटबंध व अंत्येष्टि स्थल को खतरा देख बाढखंड ने नदी की कटान को रोकने के लिए काफी दबाव के बाद कटर का निर्माण शुरू किया है।
भरथापुर, कल्यानपुर को नदी ने दो तरफ से घेर रखा है। एसडीएम ने किया तटबंध का निरीक्षण अतिसंवेदनशील तटबंध कटरिया-चांदपुर पर रविवार की सुबह 10 बजे उपजिलाधिकारी हर्रैया जगदंबा सिंह औचक निरीक्षण करने पहुंचे। एसडीएम जब कटरिया चांदपुर तटबंध पर पहुंचे तो बाढ़ खंड का कोई अधिकारी मौजूद नहीं था। ठेकेदार के मुंशी व कुछ मजदूर थे। थोड़ी देर निरीक्षण के बाद वह खलवा और खजंचीपुर गांव के निकट हो रही कटान देखने पहुंचे। उन्होंने नायब तहसीलदार कन्हैया लाल को मौके की स्थिति की लिखित जानकारी देने का निर्देश दिया।
लेखपाल को प्रत्येक दिन रिपोर्ट देने की बात कही जब वहां से लौटे तो बाढ़ खंड के अवर अभियंता स्वप्निल श्रीवास्तव आ चुके थे। उन्होंने तटबंध पर चल रहे मरम्मत कार्य का जायजा लिया। गौरा-सैफाबाद तटबंध के ठोकर नंबर 4 पर मरम्मत कार्य की स्थिति देखी। राजस्व के निरीक्षक राम चंद्र, उदय राज, संदेश, हल्का लेखपाल अजय, शोभा राम, शशिधर, संदीप, पवन, मो.इमरान मौजूद रहे।
अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें