गोरखपुर व बस्ती मंडल में बाढ़ की स्थिति गंभीर, राहत कार्य जारी
बस्ती तथा गोरखपुर मंडल की नदियों के उफान के कारण दोनों मंडल में बाढ़ की तबाही जारी है। गोरखपुर व बस्ती मंडल में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति सबसे ज्यादा खराब है।
गोरखपुर (जेएनएन)। नेपाल की नदियों के पानी के साथ ही बस्ती तथा गोरखपुर मंडल की नदियों के उफान के कारण दोनों मंडल में बाढ़ की तबाही जारी है। गोरखपुर व बस्ती मंडल में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति सबसे ज्यादा खराब है।
सिद्धार्थनगर जनपद में कलेक्ट्रेट भवन में स्थापित आपदा कंट्रोल रूम के मुताबिक अब तक जनपद में 536 गांव प्रभावित हो चुके हैं, जबकि मौरुंड गांव की संख्या 219 पहुंच चुकी है। राहत व बचाव के लिए जिला प्रशासन दिन रात एक किए हुए हैं। वायुसेना के हेलीकॉप्टर से पूरी तरह घिर चुके गांवों मे राहत सामग्री पहुंचाए जाने का सिलसिला जारी है।
#UttarPradesh chief minister Yogi Adityanath conducted a survey of flood affected areas in #Gorakhpur pic.twitter.com/A5gJAs3dFt— ANI UP (@ANINewsUP) August 19, 2017
महराजगंज जिले की सीमा में बहने वाली राप्ती को छोड़कर शेष नदियों का जलस्तर कल की तुलना में आज घटने लगा है। नदियों के जलस्तर के कम होने से बाढ़ पीड़तों व अधिकारियों ने भी राहत महसूस की है। हालांकि अभी भी राप्ती व रोहिन खतरे के निशान से उपर बह रही है।
जिले की सीमा में बहने वाली कुल पांच नदियों में से एक को छोड़कर शेष अन्य में कल की तुलना में आज गिरावट दर्ज की गई है। गंडक नदी का जलस्तर .40 फीट घटा है। राप्ती नदी खतरे के निशान से लगभग पौने दो मीटर मीटर से अधिक उपर बहती मिली। रोहिन नदी .170 मीटर, चंदन नदी .20 मीटर तथा प्यास नदी .05 मीटर घटकर बहती पाई गई। महाव नाला एक फीट घट कर तीन फीट पर बह रहा है। नदियों के खतरे के निशान से उपर बहने से राप्ती व रोहिन नदी के किनारे रहने वाले ग्रामीणों के मन में अभी भी दहशत व्याप्त है।
उधर बस्ती जनपद में बाढ़ प्रभावित 77 गांवों की स्थिति में कोई सुधार नहीं हो रहा है।
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घाघरा का जलस्तर खतरे के निशान 92.73 मीटर से ऊपर 93.69 मीटर है। नदी उच्चतम जलस्तर 94.01 से 32 सेमी नीचे है। 17 गांव अब भी मैरुंड हैं। प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित गांवों में कल देर शाम भोजन के पैकेट का वितरण कराया था। बाढ़ राहत शिविर तथा विक्रमजोत बंधे पर लोग फंसे पड़े हैं। आज बाढ़ पीडि़तों को कोई सहायता नहीं पहुंचाई जा सकी है।
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देवरिया जनपद में राप्ती और गोर्रा का उफान जारी है । क्षेत्र से गुजरने वाली राप्ती और गोर्रा के लाल निशान पार करने के बाद नदियो मे जलस्तर थमने का नाम नही ले रहा है । पिछले 12 घंटे के दौरान जलस्तर मे 15 सेमी बढोतरी दर्ज की गई है। गेज स्थल पिडरा के समीप गोरा 71,30 मीटर और राप्ती 70, 85 मीटर पर प्रवाहित हो रही है। नदियो का जलस्तर बढने से पिडरा भुसउल मांझा भीमसेन शीतलमांझा सहित आधा दर्जन तठबंध पर खतरा मंडराता जा रहा है। यहां पर नदी कटान कर रही है। बाढ विभाग बचाव के लिए टीमे लगी हुई है।