पुलिस रिकार्ड में जीवित थे मर चुके पांच हिस्ट्रीशीटर बदमाश Gorakhpur News
मर चुके पांच हिस्ट्रीशीटर बदमाश पुलिस रिकार्ड में जीवित थे। एसएसपी डा. सुनील गुप्त के निर्देश पर हिस्ट्रीशीटरों के सत्यापन के लिए चलाए गए अभियान के दौरान इसका पता चला।
गोरखपुर, जेएनएन। मर चुके पांच हिस्ट्रीशीटर बदमाश पुलिस रिकार्ड में जीवित थे। एसएसपी डा. सुनील गुप्त के निर्देश पर हिस्ट्रीशीटरों के सत्यापन के लिए चलाए गए अभियान के दौरान इसका पता चला। अभियान की मॉनीटरिंग कर रहे एसपी सिटी डा. कौस्तुभ के निर्देश पर अब उनकी हिस्ट्रीशीट बंद करने की प्रक्रिया शुरू की गई है।
335 बदमाशों की खुली है हिस्ट्रीशीट
शहरी क्षेत्र में 335 बदमाशों की हिस्ट्रीशीट खोली गई थी। हिस्ट्रीशीटर बदमाशों की नियमित निगरानी होनी चाहिए, लेकिन लंबे समय से ऐसा नहीं हो पा रहा था। वर्तमान में इनकी गतिविधियों के बारे में पता लगाने के लिए एसएसपी ने शहर क्षेत्र के सभी हिस्ट्रीशीटर बदमाशों का सत्यापन करने का निर्देश दिया। सोमवार को थाने स्तर पर हिस्ट्रीशीटर बदमाशों का सत्यापन शुरू किया गया। 140 हिस्ट्रीशीटरों का सत्यापन किया गया। इसमें कई बदमाशों ने खुद थाने में आकर हाजिरी लगाई तो कई बदमाशों के घर पुलिस ने खुद छापेमारी कर उनका सत्यापन किया।
इन हिस्ट्रीशीटरों की हो चुकी है मौत
सत्यापन के दौरान खोराबार और रामगढ़ताल थाने के पांच हिस्ट्रीशीटरों की मृत्यु होने का पता चला। इसमें रामगढ़ताल क्षेत्र के बडग़ो निवासी वसी अहमद, लहसड़ी निवासी दूधनाथ और महेवा निवासी मिठाई केवट तथा खोराबार इलाके के डुमरी निवासी गोबरी उर्फ गोरकी व जगदीशपुर निवासी महेश पासी शामिल हैं।
थाने में नियमित हाजिरी लगाएंगे हिस्ट्रीशीटर
एसएसपी ने हिस्ट्रीशीटर बदमाशों से थाने में हर माह निर्धारित तिथि पर हाजिरी लगवाने का निर्देश दिया है। हालांकि इन बदमाशों में से कई काफी बुजुर्ग हो चुके हैं लेकिन आशंका जताई जा रही है कि इनमें से कुछ बदमाश नए बदमाशों की गोल खड़ी कर घटनाएं करा रहे हैं। इसीलिए उनसे थाने में हाजिरी लगवाने और उन पर नजर रखने का निर्देश दिया गया है। साथ ही शहरी इलाके में चिह्नित किए गए 206 ऐसे बदमाश, जिनकी हिस्ट्रीशीट नहीं खुली है और 36 नए बदमाशों की भी नियमित निगरानी की जाएगी।
हिस्ट्रीशीटरों के सत्यापन में पांच की मौत होने की पुष्टि हुई है। इनकी हिस्ट्रीशीट बंद कराई जा रही है। बदमाशों की निगरानी के लिए विशेष टीम लगाई जाएगी। - डॉ. कौस्तुभ, एसपी सिटी