डीडीयू गोरखपुर विश्वविद्यालय में दो गुटों में संघर्ष, छात्रावास में फायरिंग- दो छात्रों पर मुकदमा
दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के छात्रावास में बुधवार की रात छात्रों के दो अलग-अलग गुटों में मारपीट हो गई। इस दौरान दहशत फैलाने और अपना वर्चस्व कायम करने के लिए दोनो गुटों ने फायरिंग की। पुलिस ने दो छात्रों पर मुकदमा दर्ज किया है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गोरखपुर विश्वविद्यालय के छात्रावास में बुधवार की रात छात्रों के दो अलग-अलग गुटों में मारपीट हो गई। इस दौरान उग्र छात्रों ने दशहत फैलाने के उद्देश्य से दो छात्रावास के कमरों में आग लगा दी। बदमाशों ने दहशत फैलाने के लिए तीन राउंड फायरिंग भी किया। घटना के बाद मौके पर अफरातफरी मच गई। आसपास के लोगों ने वहां से भाग कर अपनी जान बचाई।
मौके पर पहुंचे एसपी सिटी
गोली चलने व आगजनी की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक नगर कृष्ण कुमार विश्नोई कैंट पुलिस के साथ के साथ मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने वार्डेन की तहरीर पर इस मामले में छात्र हिमांशु सिंह और यशपाल सिंह के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए तीन टीमें गठित की गई है। पुलिस आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है।
यह है मामला
पुलिस के मुताबिक हिमांशु सिंह व यशपाल सिंह छात्रसंघ चुनाव लड़ने की तैयारी में है। दोनों छात्रावास के कमरों में कब्जा करके रहते है। दोनों के बीच आये-दिन मनमुटाव होता है। बुधवार रात किसी बात को लेकर दोनों में विवाद हो गया। बात बढ़ने पर दोनों के बीच मारपीट हो गई। इसी बीच किसी ने नाथ चंद्रावत छात्रावास के एक कमरे में आग लगा दी। वहां पर मौजूद विश्वविद्यालय कर्मचारियों ने किसी तरह से आग पर काबू पाया। इसी बीच संतकबीर छात्रावास के एक कमरे में भी आग लगा दी। इस दौरान बदमाशों ने दहशत फैलाने के लिए तीन राउंड फायरिंग भी किया।
खाली कराया जाएगा एनसी छात्रावास, दर्ज होगा मुकदमा
नाथ चंद्रावत छात्रावास को खाली कर प्रशासन द्वारा निर्धारित छात्रावासों में शिफ्ट करने के नोटिस को गंभीरता से नहीं लेने वालों से विवि प्रशासन सख्ती से निबटेगा। उनसे छात्रावास खाली कराया जाएगा। वहां अवैध रूप से रहने वालों पर भी मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। विवि प्रशासन के मुताबिक यदि विश्वविद्यालय का कोई छात्र वहां निवास कर रहा है तो उसे निष्कासित किया जाएगा। परिसर और छात्रावास के अंदर बाहरी लोगों का प्रवेश पूरी तरह से प्रतिबंधित किया जाएगा।
नाथ चंद्रावत छात्रावास की जर्जर हालत को देखते हुए वहां रहने वाले विद्यार्थियों को करीब एक पखवारे पहले वह छात्रावास खाली करने का निर्देश दिया गया था। वहां के छात्रों को स्वामी विवेकानंद छात्रावास, कबीर छात्रावास और रामप्रताप शुक्ल छात्रावासों में कमरा भी आवंटित कर दिया गया है। लेकिन कुछ छात्रों ने अभी भी एनसी छात्रावास खाली नहीं किया है।
अन्य छात्रावासों के अंतर्गत संत कबीर छात्रावास, गौतम बुद्ध छात्रावास, विवेकानंद छात्रावास, अलकनंदा छात्रावास और रानी लक्ष्मीबाई छात्रावास में रहने वाले विद्यार्थियों को एक सप्ताह में अगली कक्षा के पंजीकरण की प्रक्रिया को पूरा कराने के साथ छात्रावास आवंटन के लिए आवेदन करना होगा। छात्रावास का शुल्क जमा कराना होगा। जो ऐसा नहीं करेंगे उनके खिलाफ विश्वविद्यालय की ओर से कार्रवाई की जाएगी। किसी भी सूरत में छात्रावास के किसी कमरे में बाहरी लोगों को प्रवेश करने या रहने की अनुमति नहीं दी जाएगी। गुरुवार को कुलपति प्रो.राजेश सिंह के मार्गदर्शन में सभी वार्डेन और अधिष्ठाता छात्र कल्याण की बैठक का आयोजन हुआ। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि सभी विद्यार्थियों को जल्द से जल्द आइडी कार्ड जारी किया जाएगा। परिसर के अंदर केवल आइडी कार्ड दिखाने पर ही विद्यार्थियों को प्रवेश मिलेगा।
कुलपति ने दिए कड़ी कार्रवाई के निर्देश
गोवि के मीडिया सेल के मुताबिक कुलपति प्रो.राजेश सिंह ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए विवि अधिकारियों को कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके बाद मुख्य नियंता प्रो.एसके सिंह ने दो लोगों के खिलाफ कैंट थाने में नामजद केस दर्ज कराया है। दस अन्य लोगों को चिह्नित किया गया है। कार्यवाहक मुख्य नियंता के नेतृत्व में एक जांच समिति गठित की गई है। समिति ने जांच शुरू कर दी है। अन्य लोगों को चिह्नित किया जा रहा है। गुरुवार को विवि और पुलिस की टीम ने छात्रावासों में छापा भी मारा।
विश्वविद्यालय के अलग-अलग छात्रावास के दो कमरों में आगजनी की गई है। मारपीट के दौरान किसी ने तीन राउंड फायरिंग भी किया है। विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से मिली तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया है। नामजद आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित की गई है। जल्द उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। - कृष्ण कुमार विश्नोई, पुलिस अधीक्षक नगर।