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बकाया भुगतान न होने से परेशान महराजगंज के किसान, नेपाल भेज रहे गन्ना

महराजगंज जिले में निचलौल क्षेत्र के गन्ना किसानों का वर्ष 2020-21 का मूल्य भुगतान नहीं हो सका है। जबकि नए सत्र में जेएचवी शुगर मिल गड़ौरा के चलने के कोई आसार नहीं दिख रहे हैं। किसान अब नए सत्र के गन्ने की पेराई को लेकर चिंतित हैं।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Published: Tue, 23 Nov 2021 08:05 AM (IST)Updated: Tue, 23 Nov 2021 08:05 AM (IST)
बकाया भुगतान न होने से परेशान महराजगंज के किसान, नेपाल भेज रहे गन्ना
निचलौल के मटराधमउर से नेपाल गन्ना ले जाता किसान । जागरण

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। महराजगंज जिले में निचलौल क्षेत्र के गन्ना किसानों का वर्ष 2020-21 का मूल्य भुगतान नहीं हो सका है। जबकि नए सत्र में जेएचवी शुगर मिल गड़ौरा के चलने के कोई आसार नहीं दिख रहे हैं। ऐसे में पहले से ही कर्ज से दबे किसान अब नए सत्र के गन्ने की पेराई को लेकर चिंतित हैं। नई खेती के लिए पैसा नहीं होने से कुछ किसान अपने गन्ने को भाठ क्षेत्र के अथवा नेपाल के क्रेशर पर बेचना भी शुरू कर दिए हैं।

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अत्‍यधिक बारिश से गन्‍ने की फसल को हुआ नुकसान

एक तरफ प्राकृतिक आपदा ने गन्ना किसानों के मेहनत पर पानी फेर दिया। किसी तरह जो गन्ना खेत में बचा है, उसे कर्ज लेकर किसान गन्ने को काट छीलकर फैक्ट्री पर भेज दिया है, लेकिन एक वर्ष बीत जाने के बाद भी भुगतान नहीं होने से गन्ना किसानों की हालत खस्ताहाल है। मजदूरी देने के लिए भी गन्ना किसानों के पास पैसे नहीं बचे हैं। ऐसी स्थिति में किसान चिंतित और परेशान हैं। भाठ क्षेत्र के गन्ना किसानों ने अपनी व्यथा सुनाते हुए दर्द बयां किया है।

किसानों ने बयां किया दर्द

मिश्रौलिया के किसान इस्‍तखर शेख ने बताया कि गडौरा शुगर मिल का सत्र 2020 का भुगतान नहीं मिलने से किसान भुखमरी के कगार पर हैं। प्रशासन जल्द से जल्द गन्ने का भुगतान दिलाएं , नहीं तो गन्ने का कटाई छिलाई भी बंद हो जाएगी। इस वर्ष किसानों पर दोहरी मार पड़ी है।

भाठ क्षेत्र में गन्‍ने की खेती मजबूरी

भेडिहारी गांव के किसान सिंहासन कुशवाहा ने बताया कि भाठ क्षेत्र के किसान मजबूरी में गन्ना लगाते हैं। कोई अन्य फसल उगाने के उपयुक्त क्षेत्र भी नहीं है। जिसका लाभ चीनी मिल उठा रहे हैं। प्राकृतिक आपदा की मार व गन्ना मूल्य भुगतान न होने से किसान कम से कम 10 वर्ष पीछे चला गया है।

चीनी मिल को बकाया भुगतान करने की जारी की गई नोटिस

जिला गन्‍ना अधिकारी जगदीश यादव ने बताया कि गड़ौरा चीनी मिल को नए सत्र 2020-21 के गन्ना मूल्य भुगतान के लिए नोटिस जारी कर आदेश दिया गया है। साथ ही वर्ष 2014 से 18 तक के पुराने बकाए का भुगतान करा दिया गया है। जल्द ही नया भुगतान कराया जाएगा। शासन के निर्देशानुसार मिल चलाने की व्यवस्था की जाएगी।

भाठ क्षेत्र का गन्ना नेपाल भेज रहे किसान

निचलौल थाना अंतर्गत भाठ क्षेत्र में इन दिनों गन्ने का व्यापार शुरू हो गया है। भारतीय क्षेत्र का गन्ना तेजी से नेपाल भेजा जा रहा है। क्षेत्र के ग्रामीणों का कहना है कि गड़ौरा चीनी मिल गन्ने का भुगतान नहीं कर रही है। जिससे किसानों को परेशानी हो रही है। जबकि नेपाल के क्रेशर मालिक गन्ने का मूल्य भारतीय मुद्रा में तीन सौ से 350 रुपये दे रहे हैं। इसी को देखते हुए गन्ने को नेपाली क्रेशर पर भेजा जा रहा है। मिल नहीं चलने की आशंका में भी किसान जल्दी खेत खाली करने के लिए गन्ने को क्रेशर पर भेज रहे हैं।


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