Gorakhpur Weather: दिनभर उमस के बाद शाम को आसमानी फुहारों ने दी राहत, कहीं झमाझम तो कहीं हल्की बारिश
Monsoon Update 2022 गोरखपुर में तीन दिन से हो रही रुक रुक कर बारिश ने किसानों को काफी राहत पहुंचाई है। मौसम विभाग के अनुसार बारिश का यह सिलसिला रविवार को भी जारी रहेगा। माना जा रहा है कि तापमान में अभी और गिरावट आएगी।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। हल्की वर्षा के बाद रविवार को उमस बढ़ गई है। पिछले चौबीस घंटे में अधिकतम तापमान में भी तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हुई है। रविवार को लोग गर्मी से बेहाल देखे गए। मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जताया है कि सोमवार को भी आंशिक रूप से बादल छाए रह सकते हैं। दिन का अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस के करीब रह सकता है।
रविवार दोपहर बाद जिले के कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा हुई, लेकिन लोगों को गर्मी से राहत नहीं मिल सकी। वर्षा के बाद गर्मी और बढ़ गई। वातावरण में नमी व धूप के चलते लोग परेशान देखे गए। रविवार को दिन का अधिकतम तापमान 35.2 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 26.4 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विशेषज्ञ कैलाश पाण्डेय ने बताया कि पिछले चौबीस घंटे(शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे से रविवार सुबह साढ़े आठ बजे तक)में गोरखपुर-बस्ती मंडल के सात जिलों में सर्वाधिक वर्षा सिद्धार्थनगर में हुई है। सिद्धार्थनगर में 23.8 मिलीमीटर वर्षा हुई है। महराजगंज में वर्षा नहीं हुई है। दोनों मंडलों में सबसे कम वर्षा संतकबीरगनर में 1.3 मिलीमीटर हुई है।
गोरखपुर-बस्ती मंडल में यहां इतनी हुई वर्षा
(शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे से रविवार सुबह साढ़े आठ बजे तक)
जिला वर्षा
गोरखपुर 7.6
देवरिया 13.0
कुशीनगर 6.0
सिद्धार्थनगर 23.8
संतकबीरनगर 1.3
बस्ती 11.6
महराजगंज- 0
इतना रहा अधिकतम तापमान
मौसम विशेषज्ञ कैलाश पांडे ने यह पूर्वानुमान जताया है कि इसके चलते तापमान में मामूली गिरावट आएगी। कई दिनों की वर्षा से किसानों को रोपाई में भारी मदद मिली है। खेतों में लगे हुए पानी के चलते किसानों ने अपनी रोपाई तेज कर दी है। शनिवार को भी आसमान में बादल छाये रहे। दिन में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा भी हुई। दिन का अधिकतम तापमान 32.2 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 27.6 डिग्री सेल्सियस रहा।
किसानों को मिलेगी रोपाई में मदद
मौसम विशेषज्ञ ने पूर्वानुमान जताया है कि रविवार को जिले में हल्की वर्षा हो सकती है। इससे किसानों को धान की रोपाई में मदद मिलेगी। सिंचाई के लिए डीजल पर खर्च होने वाले रुपये बचेंगे। सीजन की इस वर्षा को किसान खरीफ के लिए अत्यंत उपयोगी बता रहे हैं।
नीचे आया पारा
पिछले कई दिनों की वर्षा के चलते तापमान में गिरावट तो आई है, लेकिन वातावरण में नमी के चलते उमस बढ़ गई है। बता दें 24 घंटे में 2.4 मिलीमीटर तक की वर्षा को बेहद हल्की वर्षा कहा जाता है। वर्षा को सुबह 8:30 बजे से लेकर दूसरे दिन सुबह 8:30 बजे तक 24 घंटे की अवधि तक मापा जाता है। इस 24 घंटे में 2.5 मिली मीटर से लेकर 15.5 मिलीमीटर तक की वर्षा को हल्की वर्षा कहा जाता है। 15.6 मिली मीटर वर्षा से लेकर 64.4 मिलीमीटर तक की वर्षा को मध्यम वर्षा की श्रेणी में रखा जाता है। 64.5 मिली मीटर से 115.5 मिली मीटर तक की वर्षा को भारी वर्षा की श्रेणी में रखा जाता है। बता दें जुलाई माह का औसत न्यूनतम तापमान 25.9 डिग्री सेल्सियस है। औसत अधिकतम तापमान 32.9 डिग्री सेल्सियस है। जुलाई माह की औसत वर्षा 383.4 मिलीमीटर है।