गिरा पारा बढ़ी ठंड- बस्ती में अलाव पर खर्च हो गए लाखों रुपये, फिर भी ठंड से ठिठुर रहे राहगीर
कोहरे के बीच पारा गिरने से ठंड बढ़ गई है। चार जनवरी को बस्ती में पूरे दिन कोहरा छाया रहा। दोपहर बाद कुछ समय के लिए आसमान में सूर्य की झलक दिखी लेकिन थोेड़ी ही देर में बादलों की ओट में छिप गया।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। कोहरे के बीच पारा गिरने से ठंड बढ़ गई है। चार जनवरी को बस्ती में पूरे दिन कोहरा छाया रहा। दोपहर बाद कुछ समय के लिए आसमान में सूर्य की झलक दिखी, लेकिन थोेड़ी ही देर में बादलों की ओट में छिप गया। दिन का तापमान 23 डिग्री सेल्सियस और रात का तापमान आठ डिग्री सेल्सियस रहा। ठंड का असर बढ़ते ही सड़कों और बाजारों में शाम होते ही सन्नाटा पसर जा रहा है। ठिठुरते राहगीरों को ठंड से बचाने के लिए तहसीलों को दिए गए दो लाख रुपये हफ्ते भर में ही व्यय हो गए। ठंड बढ़ने से चौराहों,बाजारों के साथ ही प्रमुख स्थलों पर लोग ठिठुर रहे हैं। अलाव गिने चुने जगहों पर ही जलाए जा रहे हैं।
बस्ती शहर में 40 की बजाय 10 स्थानों पर ही जल रहा अलाव
बस्ती नगर पालिका क्षेत्र की बात करें तो यहां पिछले साल ठंड के मौसम में चालीस से अधिक स्थानों पर अलाव जल रहे थे। इस बार गिनती के दस स्थानों पर ही अलाव जलाने की व्यवस्था की गई है। ईओ अखिलेश त्रिपाठी ने बताया कि ठंड से राहगीरों एवं असहायों को बचाने के लिए रैन बसेरा चालू कर दिया गया है। तेरह स्थानों पर अलाव जल रहे हैं। ठंड को देखते हुए छह और स्थानों पर मंगलवार से अलाव जलाने की व्यवस्था की गई है।
गायघाट में नहीं जल रहे अलाव
नगर पंचायत गायघाट में सोमवार की शाम सर्द भरी ठंड से लोग ठिठुरते नजर आए। कस्बे में बने रैन बसेरा पर सन्नाटा छाया रहा। कमरों में ताला लटक रहा था। नगर पंचायत क्षेत्र में कहीं भी अलाव की कोई व्यवस्था नहीं की गई है जिसके कारण राहगीर व कस्बावासी इस ठंड में ठिठुर रहे हैं। लोग जूट के बोरे जलाकर ठंड दूर कर रहे हैं। कस्बा के विशाल जायसवाल, राकेश अग्रहरि,बब्बू सोनकर,चॉद मोहम्मद,राजेंद्र सोनकर,डॉ संजय चौधरी,संदीप मोदनवाल,कल्लू सोनकर ने बताया कि इस ठंड में नगर पंचायत की तरफ से कहीं भी कोई अलाव की व्यवस्था नहीं की गई है। अधिशासी अधिकारी अमरजीत ने बताया कि नगर पंचायत में अलाव की व्यवस्था कर दी गई है। शाम को इसकी जांच कराई जाएगी,इस कार्य में लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।
हर्रैया में तीस स्थानों पर जल रहे अलावा
हर्रैया नगर पंचायत के प्रमुख चौराहे हर्रैया बभनान,मुरादीपुर, रामलीला मैदान, सीएचसी सहित तीस जगहों पर अलाव 27 दिसंबर से जलाया जा रहा है। जबकि नगर पंचायत में सम्मिलित एक दर्जन गांवों में अलावा जलाने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। नगर पंचायत की ओर से किए गए इन दावों के विपरीत लाेगों को कहना है कि गिनती के कुछ स्थानों पर अलाव जलाने की व्यवस्था की गई है। ग्रामीण क्षेत्र के प्रमुख चौराहों एवं बाजारों में अलाव की व्यवस्था तहसील प्रशासन को करनी थी। इसके लिए 50 हजार रुपये भी मिले थे। ठंड शुरू हुई इससे पहले ही यह धन खर्च हो गया है।
नगर पंचायत रुधौली में 45 जगह जल रहे अलाव
नगर पंचायत रुधौली में 45 स्थानों पर अलाव जल रहा है । इसमें भानपुर तिराहा, बखरिया तिराहा ,तहसील, सीएचसी,सहित अन्य प्रमुख स्थान हैं। चेयरमैन धीरसेन निषाद ने बताया कि अलाव के लिए चिन्हित 45 स्थानों पर अलाव जलाया जा रहा है। अलाव जल रहा है या नहीं। सुबह और शाम को वो खुद इसका निरीक्षण करते रहते हैं। दूसरी ओर रुधौली तहसील प्रशासन को अलाव के लिए तीस हजार रुपये दिए गए थे। तहसीलदार प्रमोद कुमार ने बताया कि पिछले सात दिनों से आठ स्थानों पर अलाव जलाया जा रहा है। इसके लिए जो धन मिला था वह खर्च हो गया है। गरीबों और असहायों के लिए एक हजार कंबल मिले थे। इसे जरूरतमंदों में वितरित करा दिया गया है।
वितरित करने के लिए तहसीलों में भेजा गया कंबल
ठंड से गरीबों और असहायों को बचाने के लिए 20 लाख रुपये के कंबल खरीदे गए थे। इसे तहसीलों में वितरित करने के लिए भेज दिया गया है। रही बात अलाव की तो नगर पंचायतें अपने स्तर से अलाव जलवा रही हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में अलाव के लिए तहसीलों को दो लाख रुपये दिए गए हैं। अलाव के लिए धन और कंबल की डिमांड तहसीलों से मांगी गई है। जरूरत पड़ी तो और धन की मांग शासन से की जाएगी।