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मानव संपदा पोर्टल पर खुल रहे फर्जी शिक्षकों के राज, आधा दर्जन मामले का हो चुका है पर्दाफाश Gorakhpur News

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेन्‍द्र नारायण सिंह का कहना है कि मानव संपदा पोर्टल पर आए मामले के संबंध में कार्रवाई की जा रही है। संबंधित जनपदों के बीएसए को जांच में सहयोग करने के लिए पत्र के साथ अभिलेख उपलब्ध करा दिए गए हैं।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Wed, 23 Sep 2020 08:30 AM (IST)Updated: Wed, 23 Sep 2020 08:30 AM (IST)
मानव संपदा पोर्टल पर खुल रहे फर्जी शिक्षकों के राज, आधा दर्जन मामले का हो चुका है पर्दाफाश Gorakhpur News
ये है मानव संपदा पोर्टल। विवरण अपलोड करते ही मिल जा रही सही जानकारी।

गोरखपुर, जेएनएन। परिषदीय शिक्षकों का ब्योरा भरने के लिए अनिवार्य किए गए मानव संपदा पोर्टल के जरिये एक-एक कर फर्जी शिक्षकों के राज खुलने शुरू हो गए हैं। जनपद में अब तक फर्जी शिक्षकों के आधा दर्जन मामले सामने आ चुके हैं। इन सभी मामलों को गंभीरता से लेते हुए बेसिक शिक्षा विभाग ने संबंधित जनपदों के बीएसए को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है, जिससे फर्जीवाड़े का पर्दाफाश हो सके।

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जुलाई में मिला था पहला मामला

पहला मामला गत एक जुलाई को प्राथमिक विद्यालय सहजनवां द्वितीय में मिला। यहां तैनात प्रधानाध्यापक प्रमोद सिंह ने जैसे ही मानव संपदा पोर्टल पर अपना ब्योरा अपलोड किया। उसी नाम का एक दूसरा शिक्षक बाराबंकी के एक विद्यालय में तैनात मिला। उन्होंने तत्काल इसकी सूचना बीएसए कार्यालय को दी। सूचना के आधार पर बीएसए ने बाराबंकी के बीएसए को इस मामले की जानकारी देते हुए जांच कराने को कहा। खंड शिक्षाधिकारी सहजनवां ने भी इस मामले की सत्यता की जांच के लिए प्रमाण पत्र व दोनों शिक्षकों की रिपोर्ट बीएसए को सौंप दी।

दूसरा मामला भी सहजनवा का निकला

दूसरा मामला भी सहजनवां के प्राथमिक विद्यालय कोडऱा का है। यहां की सहायक अध्यापक प्रेमलता त्रिपाठी ने मानव संपदा पोर्टल पर ब्योरा अपलोड करने के दौरान उसी नाम की एक अन्य शिक्षिका संत रविदास नगर भदोही में तैनात मिली। शिक्षिका ने बीएसए से इसकी शिकायत की। जिसके बाद बीएसए बीएन सिंह ने खंड शिक्षाधिकारी सहजनवां ने पत्र के साथ शिक्षिका प्रेमलता त्रिपाठी की सेवा पुस्तिका, हाईस्कूल व इंटर के अंकपत्र की छायाप्रति बीएसए संत रविदास को भेजकर प्रकरण की जांच कर अवगत कराने को कहा है।

तीसरा मामला जिले के कौड़ीराम विकासखंड के पूमावि में तैनात सहायक अध्यापक राजेंद्र प्रसाद यादव पुत्र राज नारायण का है। मानव संपदा पोर्टल पर ब्योरा अपलोड करते समय इसी नाम का दूसरा शिक्षक जनता इंटर कालेज के प्रधानाध्यापक के रूप में बलिया में तैनात मिला। इस मामले में जांच पूर्ण होने तक बीएसए ने गोरखपुर में तैनात शिक्षक राजेंद्र प्रसाद यादव को निलंबित कर दिया है। साथ ही बीएसए बलिया से इस मामले में जांच के लिए पत्र लिखा है। चौथा मामला जनपद के प्राथमिक विद्यालय में तैनात सहायक अध्यापक अभिषेक कुमार सिंह  का है। इस मामले में एक व्यक्ति के अभिलेख पर दो के कार्यरत होने का मामला मानव संपदा पोर्टल के जरिये सामने आया है। अभिषेक कुमार सिंह का नाम का एक दूसरा शिक्षक बलरामपुर में तैनात पाया गया। बीएसए ने बलरामपुर के बीएसए को यहां तैनात शिक्षक की फोटोयुक्त आइडी व समस्त शैक्षिक अभिलेख आवश्यक कार्रवाई के लिए भेजा है।

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेन्‍द्र नारायण सिंह का कहना है कि मानव संपदा पोर्टल पर आए मामले के संबंध में कार्रवाई की जा रही है। संबंधित जनपदों के बीएसए को जांच में सहयोग करने के लिए पत्र के साथ अभिलेख उपलब्ध करा दिए गए हैं।


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