मध्य प्रदेश से गोरखपुर क्यों लाया गया फर्जी आइपीएस, जाने-क्या थी वजह
पूर्वी चंपारण लखौरा के लक्ष्मीपुर गांव का रहने वाला लाल मोहन राय से पूछताछ में पता चला कि खुद को आइपीएस अधिकारी बताकर दो साल से पुलिसकर्मियों के साथ ठगी करता है। यूपी के अलावा बिहार व मध्य प्रदेश में उसके खिलाफ कई केस दर्ज हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। खुद को आइपीएस अधिकारी बता दारोगा को लूटने वाले जालसाज को मध्य प्रदेश पुलिस शुक्रवार को कड़ी सुरक्षा में वारंट बी पर गोरखपुर ले आयी। कोर्ट में पेश करने के बाद देर शाम उसे लेकर राजगढ़ लौट गई। बिहार के रहने वाले आरोपति ने 18 माह पहले कौआबाग के पास झंगहा थाने में तैनात दारोगा से 20 हजार रुपये की ठगी की थी। छह माह पहले मध्य प्रदेश के ब्यावरा जीआरपी थाना प्रभारी ने पुलिसकर्मियों से ठगी करने के मामले में उसे पकड़ा था। तब से वह राजगढ़ जेल में बंद है। सर्विलांस की मदद से छानबीन करने पर गोरखपुर पुलिस को उसके बारे में जानकारी मिली थी।
गोरखपुर का एएसपी बनकर झगहा के दारोगा से मांगा था पैसा
चार अगस्त 2019 को झंगहा थाने में तैनात दारोगा आनंद कुमार के पास अनजान नंबर से फोन आया। दूसरी तरफ से बोलने वाले ने खुद का परिचय गोरखपुर में कार्यरत एएसपी के तौर पर देते हुए दारोगा से तत्काल गोरखपुर आने को कहा। गोरखपुर पहुंचकर उन्होंने फोन किया तो 20 हजार रुपये लेकर सादी वर्दी में कौआबाग रेलवे कालोनी के पास बुलाया। दारोगा मोहद्दीपुर से रेडिमेड कपड़े खरीदा, उसे पहनकर खाते से 20 हजार रुपये निकाले। एक होमगार्ड जवान को साथ लेकर रेलवे कालोनी के पास पहुंच गए। रेलवे कालोनी में कार सवार एक व्यक्ति मिला और रुपये लेकर फरार हो गया। दारोगा के सूचना देने पर पिपराइच पुलिस ने कार समेत चालक को पकड़ लिया। छानबीन में पता चला कि आरोपित ने रेलवे स्टेशन से किराए पर कार लिया था। जिसके बाद चालक को छोड़ दिया।
अज्ञात जालसाज के खिलाफ मुकदमा
दारोगा आनंद कुमार ने झंगहा थाने में अज्ञात जालसाज के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। जिसकी विवेचना मोतीराम अड्रडा चौकी प्रभारी सूरज सिंह कर रहे थे। सर्विलांस की मदद से उन्होंने छानबीन की तो पता चला कि बिहार, पूर्वी चंपारण, लखौरा के लक्ष्मीपुर निवासी लाल मोहन राय ने दारोगा से ठगी की है। पुलिस घर पहुंची तो पता चला कि लाल मोहन राय मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले में बंद है। जिले के ब्यावरा जीआरपी थाना प्रभारी ने जालसाजी के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा है। चौकी प्रभारी के प्रार्थना पत्र पर कोर्ट ने राजगढ़ पुलिस को वारंट बी पर जालसाज को गोरखपुर लाने का आदेश दिया था। जिसके अनुपालन में शुक्रवार को मध्य प्रदेश पुलिस उसे गोरखपुर लेकर पहुंची। कोर्ट में पेश करने के बाद शाम को राजगढ़ लौट गई।
यूपी, बिहार व एमपी में दर्ज हैं कई केस
पूर्वी चंपारण, लखौरा के लक्ष्मीपुर गांव का रहने वाला लाल मोहन राय से पूछताछ में पता चला कि खुद को आइपीएस अधिकारी बताकर दो साल से पुलिसकर्मियों के साथ ठगी करता है। यूपी के अलावा बिहार व मध्य प्रदेश में उसके खिलाफ कई केस दर्ज हैं। राजगढ़ की ब्यावरा जीआरपी थाना प्रभारी ने भी पुलिसकर्मियों से ठगी करने के मामले में उसे पकड़ा था।