Move to Jagran APP

प्राइमरी शिक्षक नियुक्ति में फर्जीवाड़ा : चार शिक्षकों को नोटिस, एक ने त्‍यागपत्र दिया Gorakhpur News

प्राइमरी शिक्षकों की नियुक्ति में एक के बाद एक कारनामे सामने आ रहे हैं। किसी में दूसरे के नाम पर नौकरी करने की पुष्टि हो रही है तो किसी का प्रमाण पत्र कूटरचित मिल रहा है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Wed, 06 Nov 2019 01:57 PM (IST)Updated: Wed, 06 Nov 2019 03:31 PM (IST)
प्राइमरी शिक्षक नियुक्ति में फर्जीवाड़ा : चार शिक्षकों को नोटिस, एक ने त्‍यागपत्र दिया Gorakhpur News
प्राइमरी शिक्षक नियुक्ति में फर्जीवाड़ा : चार शिक्षकों को नोटिस, एक ने त्‍यागपत्र दिया Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। बेसिक शिक्षा विभाग में एक के बाद एक कारनामे सामने आ रहे हैं। किसी में दूसरे के नाम पर नौकरी करने की पुष्टि हो रही है तो किसी का प्रमाण पत्र कूटरचित मिल रहा है। एक शिक्षक ने जांच और कार्रवाई से बचने के लिए पहले ही त्यागपत्र दे दिया। हालांकि शिकायत के बाद जांच में मानव संपदा में नाम परिवर्तित करने की पुष्टि होने की बाद संबंधित शिक्षक के विरुद्ध विभागीय जांच तेज हो गई है। पूमावि बैदोली बाबू विकासखंड बांसगांव में सहायक अध्यापक के रूप में तैनात मनोज कुमार पुत्र महिपाल सिंह हैं। जबकि मुजफ्फरनगर के एक विद्यालय में तैनात शिक्षक मनोज कुमार पुत्र महिपाल सिंह पनवार हैं। त्यागपत्र के बाद इस बात की पुष्टि हो चुकी है कि बांसगांव में तैनात शिक्षक मनोज कुमार के प्रमाण पत्र में पिता का नाम बदला गया हैं। यही कारण है कि शिक्षक ने जांच व कार्रवाई के डर से पहले ही त्यागपत्र दे दिया।

loksabha election banner

चार शिक्षकों को फिर नोटिस

जनपद में फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी करने की शिकायत मिलने पर बीएसए ने चार और शिक्षकों को नोटिस दिया है। इनमें खोराबार, खजनी, कैंपियरगंज तथा जंगल कौडिय़ा के एक-एक शिक्षक शामिल हैं। इन सभी शिक्षकों को बीएसए ने 18 नवंबर तक कार्यालय में उपस्थित होकर पक्ष रखने का निर्देश दिया है।

मानव संपदा में गड़बड़ी कर त्यागपत्र देने वाले शिक्षक के विरुद्ध जांच चल रही है। चार अन्य शिक्षकों को भी नोटिस दिया गया है। जांच में पुष्टि होने पर संबंधित शिक्षकों के विरुद्ध नियमानुसार विभागीय कार्रवाई की जाएगी। - भूपेंद्र नारायण सिंह, बीएसए

प्राथमिक शिक्षक संघ ने बीएसए को सौंपा ज्ञापन

उधर, उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने मंगलवार को बीएसए को ज्ञापन सौंपा। संघ पदाधिकारियों का आरोप है कि प्रमाण पत्रों की जांच के नाम पर  विभाग शिक्षकों को प्रताडि़त कर रहा है। ज्ञापन में कहा गया है कि फर्जी शिकायतकर्ताओं के मनगढंत आरोपों को आधार बनाकर शिक्षकों को आए दिन नोटिस देकर उन्हें प्रमाण पत्रों की जांच के नाम पर कार्यालय बुलाया जा रहा है। वेतन काटने की धमकी दी जा रही है, जिसको लेकर शिक्षकों में आक्रोश है। संघ पदाधिकारियों ने बीएसए से मांग की है कि वह फोटोयुक्त नोटरी शिकायतों के आधार पर ही शिक्षकों के प्रमाण पत्रों व अन्य अभिलेखों की जांच कर ही नोटिस निर्गत करें। अन्यथा संगठन संघर्ष के लिए बाध्य होगा। ज्ञापन सौंपने वालों में संघ के जिलाधिकारी भक्तराजराम त्रिपाठी, जिलामंत्री श्रीधर मिश्र आदि शामिल रहे।

चार घंटे न्यायिक हिरासत में रहे पूर्व बीएसए

सिद्धार्थनगर के कार्यवाहक मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी सुग्रीव मौर्या ने उच्‍च न्यायालय के आदेश की अवहेलना करने के आरोप में पूर्व बेसिक शिक्षा अधिकारी राम सिंह को तलब किया। उन्हें चार घंटे तक न्यायिक अभिरक्षा में रखा। 50 हजार रुपये के मुचलके पर छोड़ा। निर्धारित तिथि पर उच्‍च न्यायालय में हाजिर होने का निर्देश दिया है।

उच्‍च न्यायालय प्रयागराज ने महिला शिक्षक पूर्णिमा सिंह की नियुक्ति करने का आदेश पारित किया था। तत्कालीन बीएसए मनीराम सिंह ने नियुक्ति के संबंध में शासन से पत्राचार किया था। इसी दौरान मनीराम सिंह का स्थानांतरण हो गया। छह जून 2018 को बीएसए राम सिंह ने कार्यभार ग्रहण किया। इस मामले में 19 जुलाई 2019 को सिंह को पक्षकार बनाया था। हाईकोर्ट ने वारंट जारी करते हुए सीजेएम अदालत में हाजिर होने का निर्देश दिया था। पूर्व बीएसए सिंह ने बताया कि महिला शिक्षक पूर्णिमा सिंह की नियुक्ति प्रकरण में अदालत ने तलब किया है। नियुक्ति के संबंध में सचिव बेसिक शिक्षा विभाग से आदेश मांगा गया है। अभी तक शासन ने जवाब नहीं भेजा है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.