दो दिन बाद भी हत्यारों से कोसों दूर है पुलिस
पिता-पुत्र की नृशंस हत्या का कारण जानना चाहते हैं लोग
दो दिन बाद भी हत्यारों से कोसों दूर है पुलिस
जागरण संवाददाता, संतकबीर नगर : पिता-पुत्र की नृशंस हत्या ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया है। इस सनसनीखेज दोहरे हत्याकांड को दो दिन बाद भी पुलिस के हाथ पूरी तरह से खाली हैं। कहने को पांच टीमें हत्यारों की तलाश में जुटी हैं, लेकिन अभी तक हत्या के कारणों तक पुलिस नहीं पहुंच पाई है। गांव में सन्नाटा पसरा है। पुलिस की तैनाती और सायरन की आवाज से सन्नाटा टूट रहा है। ग्रामीणों की चुप्पी घटना के पर्दाफाश में बाधा बनी है। गांव का हर कोई व्यक्ति घटना पर कुछ बता नहीं रहा है। हालांकि पूरा जनपद हत्यारों के बारे में जानना चाहता है।
खलीलाबाद कोतवाली के ग्राम इमिलिडीहा में बुधवार की रात खेत की रखवाली करने गए गणेश चौहान व उनके बेटे धर्मवीर की अज्ञात हत्यारों ने धारदार हथियार से गला काटकर हत्या कर दी थी। जब मामले की जानकारी गुरुवार को हुई तो पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई। आइजी, एसपी, एएसपी के साथ ही कई थानों की पुलिस घटना के पर्दाफाश में जुट गई। पूरे इलाके को खंगाला गया, लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लगा। एसपी के निर्देश पर पांच टीमें हत्याकांड को सुलझाने में दिन-रात एक की हैं, लेकिन जांच अभी तक एक कदम भी आगे नहीं बढ़ा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला कटने के कारण मौत होना बताया गया है।
हत्या के सभी पहलुओं पर काम कर रही पुलिस
पुलिस कई पहलुओं पर जांच को आगे बढ़ाने में जुटी है, लेकिन मामला वहीं ठहरा है। घर के लोग कुछ बता नहीं पा रहे और गांव के लोगों ने खामोशी ओढ़ ली है। शुक्रवार को कई घंटे तक अपर पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने ग्रामीणों से बातचीत का प्रयास किया, लेकिन किसी ने कुछ नहीं बोला। पुलिस दुश्मनी, भूमि विवाद के साथ ही अन्य बिंदुओं पर भी काम कर रही है, लेकिन कुछ मिल नहीं रहा।
झाड़-फूंक पर भी है पुलिस की नजर
ग्रामीण बता रहे हैं कि मृतक गणेश चौहान झाड़-फूंक भी शुरू किया था। आसपास के लोग उसके पास टोना-टोटका के लिए भी आ रहे थे। इसे भी पुलिस जांच की जद में रखकर काम कर रही है। आशनाई वाले एंगिल पर भी पुलिस की नजर है, लेकिन इस बिंदू पर कुछ खास नहीं दिख रहा।
हत्या की भयावहता पर सिहर जा रहे लोग
पिता-पुत्र की जिस तरह से हत्या की गई है, वैसा अमूमन कम ही देखने को मिलता है। दोनों के गले पर धारदार हथियार से वार कर मृत्यु के घाट उतारा गया है। एक पतली चारपाई पर पिता के कंधे पर बेटे का शव देख हर कोई हिल जा रहा था। लोग यह मान रहे हैं कि हत्यारा एक नहीं तीन से पांच लोग हो सकते हैं।
पुलिस की सक्रियता पर भी सवाल
पिता-पुत्र की हत्या ने पुलिस की सक्रियता पर सवाल खड़ा किया है। इस घटना ने दिन-रात पुलिस की तेज गश्त, गांव स्तर तक सूचना प्राप्त करने की व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है। इससे यह भी साबित हो गया है कि वर्दी का खौफ आपराधिक गतिविधियों में शामिल लोगों पर नहीं है। बैठक में अपराध पर नियंत्रण करने, अपराधियों को चिह्नित करने के निर्देश सिर्फ कागजी साबित हो रहे हैं।
पुलिस की पांच टीमें दिन-रात काम कर रही हैं। हर बिंदू पर काम हो रहा है। पूर्व की घटनाओं से भी जानकारी हासिल की जा रही है। हालांकि अभी तक पुलिस के हाथ खाली हैं, लेकिन जल्द ही मामले का पर्दाफाश कर दिया जाएगा।
संतोष कुमार सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक