बिजलीकर्मियों को गूगल पहुंचाएगा बकायेदारों के घर, कटेगी बिजली
बिजली निगम के चेयरमैन और अपर मुख्य सचिव अरविंद कुमार ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये मुख्य अभियंता और अधीक्षण अभियंताओं संग राजस्व वसूली बिजली व्यवस्था में सुधार समेत अन्य बिंदुओं पर चर्चा की। बताया कि सभी उपकेंद्रों का डाटा रोजाना अपडेट किया जाएगा।
गोरखपुर, जेएनएन। बिजली जलाकर बिल न जमा करने वालों के घर डिस्कनेक्शन टीम गूगल की मदद से पहुंच जाएगी। अगले महीने बिजली निगम के कर्मचारियों के मोबाइल फोन में एप के जरिये उपभोक्ताओं के बकाये का विवरण और उनके घर की पूरी लोकेशन मिल जाएगी। इससे टीम को भटकना नहीं पड़ेगा।
बिजली निगम के चेयरमैन और अपर मुख्य सचिव अरविंद कुमार ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये मुख्य अभियंता और अधीक्षण अभियंताओं संग राजस्व वसूली, बिजली व्यवस्था में सुधार समेत अन्य बिंदुओं पर चर्चा की। उपकेंद्र डैश बोर्ड की व्यवस्था और सुदृढ़ करने की जानकारी देते हुए चेयरमैन ने बताया कि सभी उपकेंद्रों का डाटा रोजाना अपडेट किया जाएगा। इसमें ट्रांसफार्मर पर लोड, उपभोक्ताओं की संख्या, बकायेदारों की संख्या आदि विवरण होंगे।
ऐसे मिल जाएंगे बकायेदार
मान लीजिए किसी उपभोक्ता पर बिजली बिल के 25 हजार रुपये बकाया हैं। उपकेंद्र पर मौजूद अवर अभियंता अपने मोबाइल में एप पर 25 हजार से ज्यादा के बकायेदारों की संख्या जानने के लिए क्लिक करेंगे तो एक-एक बकायेदार का विवरण सामने आ जाएगा। इस विवरण में उपकेंद्र से उपभोक्ता के घर तक पहुंचने के रूट की जानकारी का भी विकल्प होगा। इस पर क्लिक कर गूगल मैप के सहारे बकायेदार तक पहुंचा जा सकेगा।
घर पर मीटर रीडर पहुंचने पर दर्ज होता है रूट
मीटर रीडर घर जाकर अपने हैंडहेल्ड मशीन से बिजली का बिल बनाता है। बिल बनते ही उपभोक्ता के परिसर का रूट बिजली निगम के पास दर्ज हो जाता है। सिर्फ उन्हीं उपभोक्ताओं के परिसर का रूट नहीं मिल पाता, जहां मीटर रीडर एक भी बार नहीं गए।
काटा जाएगा स्मार्ट मीटर के बकायेदारों का कनेक्शन
मुख्य अभियंता देवेंद्र सिंह और अधीक्षण अभियंता शहर यूसी वर्मा ने बताया कि चेयरमैन ने स्मार्ट मीटर वाले बकायेदारों का कनेक्शन तेजी से काटने के निर्देश दिए हैं। सोमवार से बकायेदारों के खिलाफ कार्रवाई में और तेजी ले आयी जाएगी।