गोरखपुर शहर के छह हजार लोगों के घरों की बिजली गुल करने की तैयारी
गोरखपुर शहर में 58 हजार रुपये ज्यादा बकायेदारों की संख्या 5993 है। ये बिजली बिल नहीं जमा कर रहे हैं। अब इनके घरों से बिजली ही उतार ली जाएगी।
गोरखपुर : बिजली निगम ने बकायेदारों पर फिर से शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। मार्च में बिजली कर्मियों की हड़ताल के कारण बकाया वसूली अभियान स्थगित होने के छह महीने बाद निगम ने बड़े पैमाने पर छापेमारी के निर्देश दिए हैं। 50 हजार रुपये से ज्यादा के बकायेदारों का न सिर्फ कनेक्शन काटा जाएगा वरन केबिल और मीटर भी उतार लिया जाएगा। शहर में बकायेदारों की संख्या 5993 है।
बिजली निगम के अफसरों पर बकाया वसूली का लखनऊ से दबाव बढ़ता जा रहा है। बड़े बकायेदारों के खिलाफ कार्यवाही में सुस्ती के कारण निगम का घाटा लगातार बढ़ रहा है। अफसर पांच-दस हजार रुपये के बकायेदारों पर तो दबाव बना लेते हैं लेकिन जहां बकाया ज्यादा है वहां जाने की उनकी हिम्मत नहीं करती। यही वजह है कि समय-समय पर अभियान चलाने के बाद भी बड़े बकायेदारों की बिजली तक नहीं काटी जा सकी। आलम यह है कि 50 हजार रुपये से ज्यादा के बकायेदार एक साल से बिजली का बिल भी जमा नहीं कर रहे हैं। अब बिजली निगम के चेयरमैन आलोक कुमार ने बकायेदारों की सूची भेजकर कनेक्शन काटने के साथ ही केबिल और मीटर जब्त करने का निर्देश दिया है। अफसर ही जिम्मेदार
बिजली निगम का घाटा बढ़ाने के लिए अफसर ही जिम्मेदार हैं। अफसर फील्ड में काम ही नहीं कर रहे हैं। यहां तक कि कटिया से बिजली जलती देख आंख मूंद ले रहे हैं। इसका नतीजा यह है कि बिजली निगम का लाइनलॉस भी अप्रत्याशित रूप से बढ़ता जा रहा है। कहां कितने बकायेदार
खंड प्रथम टाउनहाल- 1427
खंड द्वितीय बक्शीपुर- 2573
खंड तृतीय मोहद्दीपुर- 1015
खंड चतुर्थ राप्तीनगर- 978
कुल बकायेदार- 5993
गोरखपुर शहर के अधीक्षण अभियंता एके सिंह का कहना है कि पचास हजार रुपये से ज्यादा के बकायेदारों की सूची बना ली गई है। एक-एक बकायेदार का कनेक्शन काटकर केबिल और मीटर जब्त किया जाएगा। जो लोग मौके पर रुपये जमा कर देंगे उन्हें राहत दी जाएगी।