बेटे की शिकायत लेकर थाने पहुंचा बुजुर्ग, पुलिस ने कराया भोजन फिर सुनी फरियाद Gorakhpur News
ताज मुहम्मद दुखी होकर पुलिस थाने पहुंचे। उन्होंने की शिकायत लेकर पह बेटे की शिकायत लेकर थाने पहुंचे थे। तभी पुलिस उन्हें सम्मान पूर्वक ले गई और भोजन कराया।
गोरखपुर, जेएनएन। लॉकडाउन में कई जगहों पर पुलिस का मददगार चेहरा सामने आ रहा है। सिद्धार्थनगर जनपद के त्रिलोकपुर पुलिस तो कई मामले में संवेदनशीलता की मिसाल पेश करती आ रही है। सोमवार को भी पुलिस ने एक प्रकरण में नजीर पेश की। एक बुजुर्ग जब अपनी फरियाद लेकर पहुंचा तो पुलिस ने पहले वृद्ध की स्थिति को देखते हुए उनको भोजन कराया, फिर फरियाद सुनी।
समझ में नहीं आ रहा है -क्या करें
जुड़वनिया गांव निवासी 60 वर्षीय ताज मुहम्मद थाने पर पहुंचे। उन्होंने शिकायत करते हुए कहा कि साहब, बड़ी कष्टदायक जिंदगी जी रहे हैं। इलाज के पैसे मांग रहे हैं तो बेटा नहीं देता है। भोजन भी नहीं मिल रहा है। बड़ी मुश्किल से जीवन जी रहे हैं। दो दिन से मानसिक रूप से बहुत परेशान हैं। समझ में नहीं आ रहा है कि क्या करें। अब आप लोग ही कुछ करिए।
बुजुर्ग के साथ घर पहुंची पुलिस
प्रभारी निरीक्षक रणधीर कुमार मिश्रा ने सबसे पहले आरक्षी संगीता को बुलाया और पुलिस मेस में ले जाकर भोजन कराने को कहा। जब बुजुर्ग ने भोजन कर लिया तो फिर उनकी व्यथा सुनी। तुरंत हेड कांस्टेबल फखरे आलम को बुजुर्ग के साथ उनके घर भेजा।
पुलिस को देख चौंका बेटा
पुलिस के साथ घर पहुंचे बुजुर्ग ताज मुहम्मद को देखकर उनका बेटा चौंक गया। पुलिस ने कहा कि इन्हें यदि अच्छे से नहीं रखा गया तो पुलिस सख्ती से पेश आएगी। अभी तो समझाकर जा रहे हैं। सरकार ने पिता की सुरक्षा के लिए कड़ा कानून बनाया है। यदि कानून का अर्थ नहीं समझे तो कानून ही समझाएगा। फखरे आलम के बेटे ने पुलिस की भाषा समझी और पिता को ठीक से रखने का बचन दिया। बुजुर्ग व्यक्ति से संतोष जताते हुए पुलिस के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।
बुजुर्गों का सम्मान होना चाहिए
प्रभारी निरीक्षक ने कहा कि सीनियर सिटीजन/बुजुर्ग का सम्मान होना चाहिए। पुलिस इस तरह का कार्य कर रही है। संतानों से दुखी लोगों के लिए पुलिस हमेशा से मददगार रही है। आगे भी इस प्रकार के काम किए जाते रहेंगे।