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निवेदिता भिड़े ने कहा-चुनौतियों के लिए हमें तैयार करती है शिक्षा Gorakhpur News

स्वामी विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी की उपाध्यक्ष पद्मश्री निवेदिता भिड़े महाराणा प्रताप पीजी कॉलेज के तेरहवें समावर्तन संस्कार समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहीं थी।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Mon, 24 Feb 2020 11:18 AM (IST)Updated: Mon, 24 Feb 2020 11:18 AM (IST)
निवेदिता भिड़े ने कहा-चुनौतियों के लिए हमें तैयार करती है शिक्षा Gorakhpur News
निवेदिता भिड़े ने कहा-चुनौतियों के लिए हमें तैयार करती है शिक्षा Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। शिक्षा हमें जीवन के आगामी चुनौतियों के लिए तैयार करती है। मनुष्य के अंदर प्रतिभा सुख-सुविधाओं से युक्त वातावरण में जन्म नहीं लेती, बल्कि कष्टों व संघर्षों के तप से विकसित होती है। युवाओं में बदलते शारीरिक एवं मानसिक परिवर्तनों को सही दिशा में लगाने के लिए संयम एवं अनुशासन की आवश्यकता होती है।

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यह बातें स्वामी विवेकानंद केंद्र, कन्याकुमारी की उपाध्यक्ष पद्मश्री निवेदिता भिड़े ने कही। वह महाराणा प्रताप पीजी कॉलेज जंगल धूसड़ के तेरहवें समावर्तन संस्कार समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहीं थी। उन्होंने कहा कि हमारी प्रकृति में सहजता एवं संतुलन का अनन्य समन्वय होना चाहिए। यह समावर्तन संस्कार समारोह हमें अपनी उसी परंपरा से जोड़ता है।

शिक्षा का उद्देश्‍य मात्र रोजगार प्राप्‍त करना ही नहीं

अध्यक्षता करते हुए गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.विजय कृष्ण सिंह ने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य मात्र रोजगार प्राप्त करना नहीं बल्कि मानव समाज की ऐसी समृद्ध श्रृंखला का निर्माण करने से है, जिससे सभी का कल्याण हो सके। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.प्रदीप कुमार राव ने प्रस्ताविकी रखते हुए कहा कि यह महाविद्यालय गोरक्षपीठाधीश्वर महंत योगी आदित्यनाथ के सपनों का महाविद्यालय है। शिक्षा में उनके द्वारा किए गए प्रयोग की प्रयोगशाला है। गोरक्षपीठ ने स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान ही महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद् की नींव रखकर शैक्षिक क्रांति की जो मशाल जलाई, उसके निरंतर प्रज्जवलित रहने का ही प्रमाण है आज का समावर्तन समारोह। 

कार्यक्रम में समावर्तन 2020 पत्रिका का विमोचन भी किया गया। इस दौरान योगीराज बाबा गंभीरनाथ निश्शुल्क सिलाई-कढ़ाई एवं पेटिंग केंद्र से इस सत्र में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली 24 महिलाओं को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। इस अवसर पर अभिभावक संघ के अध्यक्ष विपिन कुमार यादव एवं पुरातन छात्र परिषद के अध्यक्ष संजू सेन भी मौजूद रहे।

गांव के 80 बच्‍चों को सिखाया कंप्यूटर

राष्ट्रसंत महंत अवेद्यनाथ निश्शुल्क कंप्यूटर प्रशिक्षण केंद्र से इस सत्र में 80 ग्रामीण ब'चों को प्रशिक्षण दिया गया। जिनमें से 35 को समारोह में प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।

उल्लेखनीय कार्य के लिए ये हुए पुरस्कृत

महाविद्यालय में वर्षभर की गतिविधियों के आधार पर श्रेष्ठतम शिक्षक विनय सिंह को सरस्वती सम्मान से नवाजा गया। सर्वश्रेष्ठ विद्यार्थी सर्वेश्वर कांत चंद्रा, विजय कुमार मद्घेेशिया, सिद्धार्थ शुक्ला, सर्वश्रेष्ठ पुरातन छात्र दीपक कुमार, सर्वश्रेष्ठ कंप्यूटर प्रशिक्षु आदर्श भगत, श्रेष्ठतम कर्मचारी का सम्मान झब्बर को दिया गया। इनके अलावा विनोद, प्रीति निषाद, हिमानी मिश्रा, विश्वविद्यालयीय पूर्व परीक्षा में श्रेष्ठतम अंक प्राप्त करने वाले छात्र दीपचंद, रंजना चौरसिया, अंबिका सिंह, काजल सिंह, शिप्रा पटेल, नेहा शर्मा, कुंवर शिवम सिंह, प्रिया त्रिपाठी, श्वेता मिश्रा, रिंकी को भी पुरस्कृत किया गया।

आकर्षण का केंद्र रहा गणवेश

समावर्तन संस्कार समारोह में छात्र-छात्राओं का गणवेश आकर्षण का केंद्र रहा। केसरिया कुर्ता एवं सफेद धोती में छात्र तथा केसरिया साड़ी में छात्राएं समारोह में नजर आईं। मुख्य अतिथि ने गाउन का यह विकल्प प्रस्तुत करने पर महाविद्यालय को बधाई दी।


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