महंगाई की मार, पेट्रोल के दामों में बेतहाशा वृद्धि से लोग परेशान Gorakhpur News
एक तरफ खाद्य पदार्थ से लेकर अन्य सामान के दामों में वृद्धि से लोग परेशान हैं। वहीं पेट्रोल के लगातार बढ़ते मूल्य ने उनकी नींद उड़ा दी है। बीते चार दिनों में पेट्रोल के मूल्य में करीब तीन रुपये प्रतिलीटर की वृद्धि हुई है।
गोरखपुर, जेएनएन : एक तरफ खाद्य पदार्थ से लेकर अन्य सामान के दामों में वृद्धि से लोग परेशान हैं। वहीं पेट्रोल के लगातार बढ़ते मूल्य ने उनकी नींद उड़ा दी है। बीते चार दिनों में पेट्रोल के मूल्य में करीब तीन रुपये प्रतिलीटर की वृद्धि हुई है। इससे अब वाहन सुविधा का लाभ प्राप्त करने के लिए वाहन चालकों को अतिरिक्त भार वहन करना पड़ रहा है। पहले भी समय-समय पर लगातार मूल्य बढ़ते रहे हैं। इसकी मार नागरिकों को भारी पड़ रही है। लोगों का बजट गड़बड़ा गया है। कुशीनगर जिले में वाहन चालकों से पेट्रोल-डीजल वृद्धि के बारे में उनकी राय जानी गई तो उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया कुछ इस तरह बयां की।
लोगों का गड़बड़ाया बजट
मनोज शर्मा ने कहा कि पूर्व में डीजल 65.82 रुपये प्रति लीटर मिलता था, जो बढ़कर अब 81.43 रुपये हो गया है। वहीं पेट्रोल 77.60 रुपये मिलता था, अब 88.94 रुपये हो गया है। पेट्रोल के मूल्य में 11 रुपये से अधिक की वृद्धि कर दी गई है। इससे लोगों का बजट गड़बड़ा गया है।
मूल्य बढ़ने से उपभोक्ताओं पर आएगा अतिरिक्त भार
अमित मिश्र का कहना है कि जिले में लगभग 18 से 20 पेट्रोल पंप है एवं औसतन 15 हजार लीटर पेट्रोल की खपत प्रतिदिन होती है। हाल यह है कि अब वाहनों के बिना लोगों का काम ही नहीं चल पाता है। मूल्य बढ़ने से अब अतिरिक्त भार उपभोक्ताओं पर आएगा।
बार-बार वृद्धि करना गलत
व्यवसायी मनीष शुक्ल का कहना है कि लोगों की एक स्वर में मांग यही है कि एक साथ इतनी तेजी से पेट्रोल के मूल्य नहीं बढ़ने चाहिए। बार-बार वृद्धि करना गलत है। सरकार को इस दिशा में ध्यान देना चाहिए और आम लोगों के हितों पर प्राथमिकता से काम करना चाहिए।
मूल्य बढ़ने से झेलना पड़ रहा अतिरिक्त भार
दुकानदार सिद्धेश्वर शुक्ल का मानना है कि जिनके यहां प्रतिदिन अधिक पेट्रोल लगता है, उनका तो बजट ही गड़बड़ा जाएगा। प्रतिदिन करीब डेढ़ लीटर पेट्रोल अपनी मोटरसाइकिल में वे डलवाते हैं। अब मूल्य बढ़ जाने से अतिरिक्त भार झेलना पड़ेगा।