ई आधार की वजह से 100 से ज्यादा अभ्यर्थियों का दारोगा बनने का सपना टूटा
सौ से अधिक युवाओ के दारोगा बनने के सपने पर ई आधार की वजह से पानी फिर गया। इंटरनेट से डाउनलोड किए आधार कार्ड को परीक्षा केद्र ने पहचान पत्र नहीं माना।
गोरखपुर (जेएनएन)। सौ से अधिक युवाओं के दारोगा बनने के सपने पर ई आधार की वजह से पानी फिर गया। इंटरनेट से डाउनलोड किए आधार कार्ड (ई आधार) को परीक्षा केद्र पर पहचान पत्र के तौर पर स्वीकार न किए जाने की वजह से ऐसा हुआ। परीक्षा से वंचित अभ्यर्थियो ने विभिन्न परीक्षा केद्रो मे हंगामा भी किया लेकिन सुरक्षा मे लगे पुलिस वालो के सख्त रुख अख्तियार करने की वजह से उन्हे शांत होना पड़ा। कई अभ्यार्थियो ने उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश, मुख्यमंत्री, डीजीपी व अन्य सक्षम अधिकारियो को फैक्स तथा मेल भेजकर न्याय की गुहार लगाई है।
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परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियो को पहचान पत्र साथ लेकर आने के लिए कहा गया था। आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, ड्राइविंग लाइसेस, पासपोर्ट मे से कोई एक चीज पहचान पत्र के तौर पर परीक्षा केद्र पर दिखाने के लिए कहा गया था। परीक्षा मे शामिल होने वाले कई अभ्यर्थी इंटरनेट से डाउनलोड किया गया आधार कार्ड पहचान पत्र के रूप मे लेकर आए थे। इसे पहचान पत्र के तौर पर अस्वीकार करते हुए ऐसे अभ्यर्थियो को परीक्षा मे शामिल होने से रोक दिया गया। इन अभ्यर्थियो ने परीक्षा केद्रो पर हंगामा करने की कोशिश लेकिन पुलिस ने उन्हे शांत करा दिया। हालांकि रुस्तमपुर के शिवपुरी कालोनी मे स्थित आरएसएम फिनिसर लिमिटेड और कुसम्ही बाजार स्थित विश्वामित्र पब्लिक स्कूल मे आयोजित परीक्षा मे शामिल होने से रोके गए अभ्यर्थियो ने काफी देर तक हंगामा करते रहे। उन्हे शांत कराने मे पुलिस को मशक्कत करनी पड़ी। शिवपुरी कालोनी मे आयोजित परीक्षा मे बहराइच जिले से शामिल होने आए जौहर अली, राहुल, सचिन कुमार, निहालुद्दीन, विष्णु दयाल तिवारी, मनीष पांडेय, महेश कुमार और सुनील कुमार ने उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश और मुख्यमंत्री सहित उच्चाधिकारियो को पत्र भेजकर परीक्षा मे शामिल होने के लिए अवसर उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है।
पुलिस मे उप निरीक्षक, पीएसी के प्लाटून कमांडर और अग्निशमन विभाग मे अग्निशमन द्वितीय अधिकारी के प्रदेश मे खाली चल रहे 3307 पदो के सापेक्ष उलार प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नत बोर्ड ने वर्ष 2016 मे आवेदन मांगा था। वर्ष 2016 मे ही 17 जुलाई से 31 जुलाई के बीच आनलाइन लिखित परीक्षा का आयोजन भी किया गया था लेकिन प्रश्न पत्र लीक हो जाने की वजह से इस परीक्षा को निरस्त कर दिया गया था। परीक्षा की नई तिथि 12 दिसंबर से 22 दिसंबर के बीच घोषित की गई। गोरखपुर मे यह परीक्षा सात केद्रो पर चल रही है।
एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने बताया कि अभ्यर्थियों को पहचान पत्र के तौर पर ई आधार कार्ड न लाने की हिदायत दी गई थी। उलार प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नत बोर्ड ने सिर्फ डाक से आने वाले मूल आधार कार्ड को ही परीक्षा मे पहचान पत्र के तौर पर स्वीकार करने का निर्देश दे रखा है। जिन अभ्यर्थियो के पास वास्तविक आधार कार्ड था उन्हे परीक्षा मे शामिल होने दिया गया लेकिन जो ई आधार लेकर आए थे उन्हे परीक्षा मे शामिल होने से रोक दिया गया।