होम्योपैथ डाक्टरों का कारनामा : पर्ची पर लिखा अंग्रेजी दवा, रजिस्टर में दर्ज कर रहे होम्योपैथिक Gorakhpur News
दवा का रजिस्टर मेनटेन किया जाता है। अस्पताल से भेजी गई रिपोर्ट का जब सीएमएसडी इंचार्ज ने रजिस्टर से मिलान किया तो पता चला कि अस्पताल में भेजी गई दवा तो बंट गई है!
गोरखपुर, जेएनएन। बस्ती जिले के कई अस्पतालों में दवा को ठिकाने लगाने का खेल चल रहा है। एक ही मरीज के नाम से अंग्रेजी व होम्योपैथ दोनों प्रकार की दवाओं का फर्जी रिकार्ड अस्पताल में मेनटेन किया जा रहा है। मामला एलोपैथ दवा की किल्लत होने के बाद स्टाक के मिलान में सामने आया। चिकित्सक ने पर्चे पर दवा एलोपैथ की लिखी और मरीज को दिया भी जा रहा है लेकिन, उसी मरीज के नाम से रजिस्टर में होम्योपैथ दवा का वितरण भी दर्ज कर दिया जा रहा है।
जांच में खुला घोटाले का खेल
ऐसा मामला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हरदी बाबू में सामने आया है। नजीर के लिए संतराम, अदालत, राम पियारे, अजय शुक्ल और श्रुति शुक्ला काफी हैं। इनके पर्ची पर होम्योपैथ चिकित्सक ने एलोपैथ की दवा लिखी और ये मरीज दवा काउंटर से लिए भी लेकिन, रजिस्टर में होम्योपैथ की दवा अंकित कर रिपोर्ट भेजी जा रही है। गड़बड़ी सामने आने पर हड़कंप मच गया है। अस्पताल को हर माह एलोपैथ की पांच से छह हजार टेबलेट की आपूर्ति की जाती है।
सीएमएसडी स्टोर व सीएचसी की रिपोर्ट में अंतर
दवा का रजिस्टर मेनटेन किया जाता है। अस्पताल से भेजी गई रिपोर्ट का जब सीएमएसडी इंचार्ज ने रजिस्टर से मिलान किया तो पता चला कि अस्पताल में भेजी गई दवा तो बंट गई है किंतु रजिस्टर में वह दवा लिखी ही नहीं गई है।
जिम्मेदारों की सुनिए
अस्पताल पर तैनात होम्योपैथ चिकित्सक डा. अनिल मिश्र ने बताया कि जो दवा लिखते हैं वहीं रजिस्टर पर अंकित करते है। इस सबंध में जब सीएमओ डा. एके गुप्ता से बात की गई तो उनका कहना था कि इसकी जानकारी मिली है। मामले की जांच कराई जाएगी।