समाज की मुख्य धारा से जुड़ रहे दिव्यांग
कार्यक्रम में डुमरियागंज से आई ऐसी दिव्यांग बच्ची जो पहले बोल नहीं सकती थी सुन नहीं सकती थी ऐसी बालिका सायमा खातून को विशेष शिक्षक मुकेश उपाध्याय यहां लेकर आए उनके काफी दिनों के प्रयास का असर रहा कि बच्ची अंग्रेजी व हिदी किताबें पढ़कर सबको चौंका दिया।
सिद्धार्थनगर : बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार डा. सतीश द्विवेदी ने कहा कि दिव्यांग बच्चों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए सरकार एवं बेसिक शिक्षा विभाग गंभीर है। इन बच्चों को मुख्य धारा से जोड़ने की सबसे पहली कड़ी है शिक्षा। शारीरिक रूप से कमजोर बच्चों को साक्षर बनाने के लिए विभाग ने विशेष शिक्षकों की तैनाती की है। इसका परिणाम भी आज बेहतर देखने को मिल रहा है।
डा. द्विवेदी रविवार को बीआरसी परिसर में आयोजित दिव्यांग उपकरण वितरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कहा कि दिव्यांगों को बोझ न समझें, यह दया के पात्र नहीं हैं। सरकार इनके लिए बहुत सारी योजनाएं संचालित कर रखी है। विद्यालयों में शिक्षा के साथ स्वास्थ्य परीक्षण भी कराया जाता है। बीएसए राजेन्द्र सिंह ने कार्यक्रम के उद्देश्य एवं विभाग की ओर से चलाई जा रही योजनाओं पर बृहद रूप से प्रकाश डाला। बीइओ गोपाल मिश्र, ब्लाक प्रमुख खुनियांव मनोज मौर्य, कृष्णा मिश्रा, शिवजी तिवारी, दीप नारायण त्रिपाठी, सुधीर पाठक, विकास जायसवाल, राजेन्द्र दुबे, करूणेश मौर्य, जेपी गुप्ता, मुकेश उपाध्याय, गणेश गोंड आदि मौजूद रहे। दिव्यांग सायमा ने किया प्रभावित
कार्यक्रम में डुमरियागंज से आई ऐसी दिव्यांग बच्ची जो पहले बोल नहीं सकती थी, सुन नहीं सकती थी, ऐसी बालिका सायमा खातून को विशेष शिक्षक मुकेश उपाध्याय यहां लेकर आए, उनके काफी दिनों के प्रयास का असर रहा कि बच्ची अंग्रेजी व हिदी किताबें पढ़कर सबको चौंका दिया। मंत्री डा. सतीश ने सायमा व शिक्षक मुकेश को उदाहरण के रूप में पेश किया।
मंत्री डा. सतीश द्विवेदी ने रविवार को नगर पंचायत में दो नए वाहन को हरी झंडी दिखाई। दोनों वाहन नगर में कूड़ा समस्या निस्तारण के लिए लगाएं जाएंगे। मंत्री ने कहा कि जल्द ही नगर पंचायत सारी सुविधाओं से लैस होगी। ईओ राजन गुप्ता, लिपिक हसन ताकीब आदि उपस्थित रहे।
सड़क का किया निरीक्षण
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना अन्तर्गत रमवापुर-बेलवा मार्ग के मरम्मत कार्य का मंत्री ने निरीक्षण किया। उन्होंने गुणवत्तापूर्ण कार्य कराने संबंधित निर्देश दिए। कहा कि मानक की अनदेखी की गई तो संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई सुनिश्चित कराई जाएगी।