जिला फुटबॉल लीग: एनईआर व एफसी गोरखपुर सेमीफाइनल में
जिला फुटबाल लीग में एनईआर व एफसी गोरखपुर के बीच कड़ा मुकाबला हुआ दोनो टीम सेमीफाइनल में पहुंच गई
गोरखपुर: पूर्वोत्तर रेलवे (एनईआर) मुख्यालय व एफसी गोरखपुर की टीमें जिला फुटबॉल लीग के सेमीफाइनल में पहुंच गई हैं। क्वार्टर फाइनल मुकाबलों में एनईआर ने यंग ब्वॉयज को जबकि एफसी गोरखपुर ने खुखरी क्लब को हराकर अपना स्थान पक्का किया।
जिला फुटबॉल संघ के तत्वावधान में सेंट एंड्रयूज कॉलेज के मैदान पर खेले गए पहले क्वार्टर फाइनल मुकाबले में रेलवे की टीम शुरू से ही आक्रामक रही। बुद्धिराम ने आठवें व नौवें मिनट में लगातार गोल कर अपनी टीम को 2-0 से बढ़त दिला दी। 30वें मिनट में धर्मेद्र ने गोल कर टीम को 3-0 से बढ़त दिलाई। 33वें मिनट में यंग ब्वॉयज के शनि ने गोल कर स्कार 3-1 कर दिया। के 54वें मिनट में रेलवे के धर्मेद्र ने एक और गोल से स्कोर 4-1 कर दिया। यही अंतिम स्कोर रहा। संजय साहनी, घनश्याम सिंह व भुआल निषाद इस मैच के रेफरी रहे। दूसरा क्वार्टर फाइनल मुकाबला खुखरी क्लब व एफसी गोरखपुर के बीच खेला गया। एफसी की ओर से 20वें मिनट में मनीष मझवार ने गोल कर टीम को 1-0 की बढ़त दिला दी। खुखरी के खिलाड़ी सुभाष थापा ने 31वें मिनट में गोल कर स्कोर बराबर कर दिया। दूसरे हॉफ में कोई टीम गोल नहीं कर सकी और मैच 1-1 से बराबरी पर रहा। निर्णय के लिए पेनाल्टी शूट आउट का सहारा लिया गया। पेनाल्टी शूट आउट में एफसी गोरखपुर ने 5-4 से मैच जीत लिया।
-----
कॉलेज न मिला हो तो आज से दो दिन फिर है प्रवेश का मौका
गोरखपुर: संयुक्त स्नातक प्रवेश परीक्षा में भाग लेने के बाद भी कतिपय कारणों से जिन अभ्यर्थियों को कोई कॉलेज आवंटित नहीं हुआ है, उनके लिए 30 और 31 जुलाई की तारीख बड़ी अहम है। इन दो दिनों में अभ्यर्थी कॉलेज आवंटन के लिए एक और प्रयास कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें ऑनलाइन प्रवेश पोर्टल पर चॉइस लॉक की प्रक्रिया पूरी करनी होगी। विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी प्रो. हर्ष कुमार ने बताया कि ऐसे अभ्यर्थियों को जिन्हें कोई महाविद्यालय आवंटित नहीं हुआ है अथवा जिन्होंने किसी कारण पहले के दो अवसरों पर चॉइस लॉक नहीं किया था, वह 30-31 जुलाई को अपने पसंदीदा कॉलेजों का विकल्प ऑनलाइन दर्ज करा सकते हैं। 30-31 जुलाई को होने वाली चॉइस लॉक प्रक्त्रिया अंतिम होगी। इस चरण के आवंटन के बाद अगर किसी कॉलेज में सीटें खाली रह जाती हैं तो संबंधित कॉलेज सीधे प्रवेश ले सकता है।