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Coronavirus: कोरोना को मात देकर ड्यूटी पर लौटे गोरखपुर के जिलाधिकारी

जिलाधिकारी ने बताया कि जब उनकी रिपोर्ट पाजिटिव आयी तो उन्होंने खुद को आइसोलेट कर लिया। ऐसा करके उन्होंने 60-70 लोगों को संक्रमण से बचा लिया। कोरोना इंसान को कमजोर बना देता है इसलिए 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को जांच जरूर करा लेनी चाहिए।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Tue, 13 Oct 2020 04:53 PM (IST)Updated: Tue, 13 Oct 2020 04:53 PM (IST)
गोरखपुर के जिलाधिकारी के.विजयेंद्र पांडियन की फाइल फोटो।

गोरखपुर, जेएनएन। जिलाधिकारी के.विजयेंद्र पांडियन कोरोना को मात देकर ड्यूटी पर लौट आए हैं। वह 19 दिन तक आइसोलेशन में रहे। दिक्कत महसूस होने पर जिलाधिकारी ने 23 सितंबर को कोरोना जांच कराई थी। उनकी रिपोर्ट पाजिटिव आयी। उन्होंने खुद को आइसोलेट कर लिया।  जिलाधिकारी अपने कार्यालय पहुंचे और काम शुरू कर दिया। उन्होंने लोगों से अपील की है कि हल्का भी लक्षण दिखने पर जांच जरूर करा लें। जांच व इलाज की पर्याप्त व्यवस्था है। एंटीजन जांच में पांच मिनट में ही परिणाम पता चल जाता है।

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50 वर्ष से ज्‍यादा उम्र वालों की जांच जरूरी

जिलाधिकारी ने बताया कि जब उनकी रिपोर्ट पाजिटिव आयी, तो उन्होंने खुद को आइसोलेट कर लिया। ऐसा करके उन्होंने 60-70 लोगों को संक्रमण से बचा लिया। कोरोना इंसान को कमजोर बना देता है, इसलिए 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को जांच जरूर करा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि त्योहार व शादी-विवाह समारोह में अधिक देर तक न रुकें। लोगों से दूरी बनाए रखें और मास्क का प्रयोग जरूर करें। ठंड के मौसम में संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है।

अब 24 घंटे लिए जाएंगे कोरोना जांच के नमूने

कमिश्नर जयंत नार्लिकर ने जिला अस्पताल के बगल में नवनिर्मित फोरेंसिक लैब का निरीक्षण किया। उन्होंने सीएमओ को वहां 24 घंटे कोरोना जांच के लिए सैंपल लेने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि लैब की सारी व्यवस्थाएं दो दिन में कर लें। इसके बाद यहां ट्रूनेट, एंटीजन व आरटीपीसीआर जांच के लिए नमूने लिए जाएंगे। उन्होंने आवश्यक संसाधनों की सूची जिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक से मांगी है। उन्होंने कहा कि नमूना लेने के लिए लैब टेक्नीशियन, वायल किट व कर्मचारियों सहित सभी आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था दो दिन में कर ली जाए। जिला अस्पताल में ट्रूनेट मशीन है, लेकिन वहां जांच केवल उन्हीं मरीजों की होती है, जिनका आपरेशन होना होता है। ओपीडी में आने वाले सामान्य मरीजों का नमूना भी फोरेंसिक लैब में लिया जा सकेगा। यह नमूने जांच के लिए बीआरडी मेडिकल कालेज भेजे जाएंगे। सीएमओ डा.श्रीकांत तिवारी के अनुसार छह लैब टेक्नीशियन सहित अन्य कर्मचारी व जरूरी संसाधनों की व्यवस्था निर्देश के मुताबिक करा दी जाएगी।


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