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महिला जिला अस्‍पताल में थमता नजर नहीं आ रहा विवाद, एसएनसीयू के प्रभारी हटाए गए

जिला महिला अस्पताल में डाक्टरों के बीच विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है। प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक की शिकायत करने वाले गहन शिशु चिकित्सा केंद्र (एसएनसीयू) के प्रभारी डा.अजय शंकर देवकुलियार बुधवार को अपने दायित्व से मुक्त कर दिए गए।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Published: Thu, 25 Nov 2021 04:21 PM (IST)Updated: Thu, 25 Nov 2021 04:21 PM (IST)
महिला जिला अस्‍पताल में थमता नजर नहीं आ रहा विवाद। प्रतीकात्‍मक फोटो

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। जिला महिला अस्पताल में डाक्टरों के बीच विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है। प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक की शिकायत करने वाले गहन शिशु चिकित्सा केंद्र (एसएनसीयू) के प्रभारी डा.अजय शंकर देवकुलियार बुधवार को अपने दायित्व से मुक्त कर दिए गए। प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा.नीना त्रिपाठी ने उन्हें रिलीव कर दिया। पिछले चार साल से सीएमओ ने उन्हें महिला अस्पताल से अटैच कर रखा था।

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डाक्‍टर ने की थी उत्‍पीडन की शिकायत

जानकार बताते हैं कि महिला अस्पताल में ही तैनात डा.नीना त्रिपाठी के पति डा.एके त्रिपाठी व डा.अजय शंकर देवकुलियार के बीच पहले भी विवाद हो चुका है। दोनों लोग बाल रोग विशेषज्ञ हैं। तीन दिन पहले डा. देवकुलियार ने अस्पताल में अपने उत्पीडऩ की शिकायत एडी हेल्थ रमेश गोयल से की थी। उन्होंने प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक व उनके पति पर उत्पीडऩ का आरोप लगाया है।

एडी हेल्‍थ ने कराई थी जांच

एडी हेल्थ ने इस मामले में जांच बैठा दी है। उन्होंने डा.देवकुलियार को गुरुवार को एडी हेल्थ कार्यालय में बयान दर्ज कराने का समय दिया है। साथ ही उन्हें उत्पीडऩ का साक्ष्य भी प्रस्तुत करने को कहा है। उनका बयान दर्ज होने के एक दिन पूर्व ही अस्पताल प्रबंधन ने उनके खिलाफ कार्रवाई कर दी। इस मामले में डा.देवकुलियार ने कुछ भी कहने से इन्कार कर दिया। उन्होंने कहा कि सीएमओ उन्हें जहां भेजेंगे, वह ड्यूटी करेंगे।

सीडीओ व ज्वाइंट मजिस्ट्रेट देखेंगे कर्मचारियों का कार्य

महिला अस्पताल में चल रहा विवाद डीएम विजय किरन आनन्द तक पहुंच गया है। उन्होंने कुछ कर्मचारियों व चिकित्सक को बुधवार को बुलाकर बैठक की और पूरे मामले की जानकारी ली। उन्होंने सीडीओ व ज्वाइंट मजिस्ट्रेट की कमेटी बनाकर महिला अस्पताल के डाक्टरों व कर्मचारियों पर नजर रखने का निर्देश दिया है। दोनों अधिकारी देखेंगे कि डाक्टर व कर्मचारी अपने कार्य का निर्वहन ठीक से कर रहे हैं या नहीं। डीएम ने एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने कर्मचारियों को सौहार्दपूर्ण ढंग से लोक हित में कार्य करने का निर्देश दिया है।

महिला अस्‍पताल से अटैच किए गए डा. देवकुलियार

महिला अस्‍पताल की प्रमुख चिकित्‍सा अधीक्षक डा. नीना त्रिपाठी ने बताया कि डा. अजय शंकर देवकुलियार सीएमओ द्वारा महिला अस्पताल से अटैच किए गए थे। उनकी कार्य प्रणाली अच्‍छी नहीं थी, इसलिए उन्हें मैंने रिलीव कर दिया। सीएमओ ने आश्वासन दिया है कि वह शीघ्र ही एक अन्य पीडियाट्रिशियन अटैच करेंगे।

मिनी पीकू पर भेजे जाएंगे डा. देवकुलियार

सीएमओ डा. सुधाकर पांडेय ने बताया कि मेरे पास बाल रोग विशेषज्ञों की पहले से ही कमी है। डा.देवकुलियार को रिलीव करने से संबंधित पत्र मुझे प्राप्त हुआ है। उन्हें किसी सीएचसी-पीएचसी पर तैनात किया जाएगा। हमारे कई मिनी पीकू खुल गए हैं, वहां भी उन्हें भेजा जा सकता है।


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