इन दो जिलों में तैनात 36 चिकित्सक होंगे बर्खास्त, प्रमुख सचिव ने दिए निर्देश Gorakhpur News
प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य देवेश चतुर्वेदी ने बस्ती मंडल में तैनात निक्रिय चिकित्सकों को बर्खास्त करने का निर्देश दिया है।
By Edited By: Published: Wed, 04 Sep 2019 09:42 PM (IST)Updated: Thu, 05 Sep 2019 10:28 AM (IST)
गोरखपुर, जेएनएन। चिकित्सा व्यवस्था के सुधार में नासूर बन चुके लंबे समय से अवकाश पर चले रहे 36 निष्क्रिय चिकित्सकों को बर्खास्त करने के निर्देश प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य देवेश चतुर्वेदी एक्शन दिया है। कहा यह लापरवाही द्योतक है। 70 निष्क्रिय आशाओं को न हटाने पर सीएमओ से जवाब-तलब किया।
बस्ती में आयुक्त सभागार में मंडलीय समीक्षा बैठक में बस्ती व सिद्धार्थनगर के सीएमओ से अनुपस्थित डाक्टरों की रिपोर्ट तलब की। कहा, जो चिकित्सक ड्यूटी पर नहीं आ रहे हैं उन्हें तत्काल बर्खास्त करें, नए चिकित्सकों को तैनात करें। बस्ती में 15, सिद्धार्थनगर में 21 डाक्टर अनुपस्थित चल रहे हैं। उनको नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। मंडल में सभी निष्क्रिय आशाओं को हटाने को कहा। संचारी रोग नियंत्रण अभियान की अच्छी प्रगति पर टीम का हौसला बढ़ाया।
2019 में अभी तक एईएस के 116 केस आए हैं, जिसमें 6 की मृत्यु हुई है। 2018 में 120 केस में 19 की मृत्यु हुई थी। संचारी रोग नियंत्रण अभियान में शिक्षा विभाग की विशेष भूमिका है। छात्र-छात्राओं को जेई-एईएस, डेंगू, स्वाइनफ्लू समेत अन्य संक्रामक बीमारियों के लक्षण एवं बचाव के तरीके बताएं। स्कूल, घर में शौचालय का प्रयोग करें। स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास, ग्राम्य विकास, जल निगम, पंचायती राज, कृषि, पशु पालन, सूचना से समन्वय स्थापित कर संक्रामक बीमारियों पर काबू पाएं। प्रमुख सचिव ने दिव्यांग विभाग को कहा जेई-एईएस से दिव्यांग हुए बच्चे को एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता तत्काल दिलाएं। सहायक उपकरण भी दिलवाएं। प्रमुख सचिव ने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की धीमी प्रगति पर असंतोष व्यक्त किया।
आयुक्त अनिल कुमार सागर ने कहा जेई-एईएस फैलने का यही समय है। बचाव से नियंत्रण करें। संचालन करते हुए एडी हेल्थ डा. रंगजी द्विवेदी ने कहा मंडल में पुराने एंबुलेंस की जगह नए आ रहे है। अब 20 मिनट में एंबुलेंस मौके पर पहुंच रहे हैं।जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव, सीडीओ अर¨वद कुमार पांडेय, संयुक्त विकास आयुक्त तेज प्रताप मिश्र, सीएमओ डा. एके गुप्ता मौजूद रहे।
बस्ती में आयुक्त सभागार में मंडलीय समीक्षा बैठक में बस्ती व सिद्धार्थनगर के सीएमओ से अनुपस्थित डाक्टरों की रिपोर्ट तलब की। कहा, जो चिकित्सक ड्यूटी पर नहीं आ रहे हैं उन्हें तत्काल बर्खास्त करें, नए चिकित्सकों को तैनात करें। बस्ती में 15, सिद्धार्थनगर में 21 डाक्टर अनुपस्थित चल रहे हैं। उनको नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। मंडल में सभी निष्क्रिय आशाओं को हटाने को कहा। संचारी रोग नियंत्रण अभियान की अच्छी प्रगति पर टीम का हौसला बढ़ाया।
2019 में अभी तक एईएस के 116 केस आए हैं, जिसमें 6 की मृत्यु हुई है। 2018 में 120 केस में 19 की मृत्यु हुई थी। संचारी रोग नियंत्रण अभियान में शिक्षा विभाग की विशेष भूमिका है। छात्र-छात्राओं को जेई-एईएस, डेंगू, स्वाइनफ्लू समेत अन्य संक्रामक बीमारियों के लक्षण एवं बचाव के तरीके बताएं। स्कूल, घर में शौचालय का प्रयोग करें। स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास, ग्राम्य विकास, जल निगम, पंचायती राज, कृषि, पशु पालन, सूचना से समन्वय स्थापित कर संक्रामक बीमारियों पर काबू पाएं। प्रमुख सचिव ने दिव्यांग विभाग को कहा जेई-एईएस से दिव्यांग हुए बच्चे को एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता तत्काल दिलाएं। सहायक उपकरण भी दिलवाएं। प्रमुख सचिव ने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की धीमी प्रगति पर असंतोष व्यक्त किया।
आयुक्त अनिल कुमार सागर ने कहा जेई-एईएस फैलने का यही समय है। बचाव से नियंत्रण करें। संचालन करते हुए एडी हेल्थ डा. रंगजी द्विवेदी ने कहा मंडल में पुराने एंबुलेंस की जगह नए आ रहे है। अब 20 मिनट में एंबुलेंस मौके पर पहुंच रहे हैं।जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव, सीडीओ अर¨वद कुमार पांडेय, संयुक्त विकास आयुक्त तेज प्रताप मिश्र, सीएमओ डा. एके गुप्ता मौजूद रहे।
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