बार एसोसिएशन सिविल कोर्ट के अध्यक्ष, मंत्री व कोषाध्यक्ष पर भरोसा नहीं, जानें-क्या चाहते हैं वकील Gorakhpur New
एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने शाखा प्रबंधक को दिए पत्र में कहा है कि बार के अध्यक्ष मंत्री व कोषाध्यक्ष पर अधिकतर पदाधिकारियों एवं कार्यकारिणी सदस्यों का विश्वास नहीं रह गया है।
गोरखपुर, जेएनएन। बार एसोसिएशन सिविल कोर्ट की कार्यकारिणी में मतभेद गहरा गया है। दोनों वरिष्ठ उपाध्यक्ष समेत कार्यकारिणी के दस पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने परिसर में स्थित यूनियन बैंक आफ इंडिया के शाखा प्रबंधक को पत्र लिखकर एसोसिएशन के खाते से अध्यक्ष, मंत्री व कोषाध्यक्ष के धन निकासी पर रोक लगाने की मांग की है।
बैंक को लिखा पत्र
एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने शाखा प्रबंधक को दिए पत्र में उल्लेख किया है कि बैंक में खाता सभी पदाधिकारियों एवं कार्यकारिणी सदस्यों के प्रस्ताव पर खोला गया है। बार के अध्यक्ष, मंत्री व कोषाध्यक्ष पर अधिकतर पदाधिकारियों, एवं कार्यकारिणी सदस्यों का विश्वास नहीं रह गया है।
पैसे का हेरफेर के आरोप
पदाधिकारियों ने तीनों लोगों पर एसोसिएशन के पैसे का उपयोग अधिवक्ता हित में न करके दूसरे कामों में करने का आरोप लगाया है। पत्र पर वरिष्ठ उपाध्यक्ष वीरेंद्र श्रीवास्तव, घनश्याम त्रिपाठी एवं उपाध्यक्ष धनंजय कुमार त्रिपाठी, आशुतोष मिश्र, संपूर्णानंद पाण्डेय, विनोद पाण्डेय, अनूप मिश्र, आलोक दूबे, ऋतुराज त्रिपाठी के हस्ताक्षर हैं।
दूसरी तरफ एल्डर्स कमेटी के चेयरमैन बच्चन प्रसाद गुप्ता ने एसोसिएशन के अध्यक्ष व मंत्री को पत्र लिखकर कार्यकाल समाप्त होने के बाद भी बार बार पत्र लिखे जाने के बावजूद एल्डर्स कमेटी के तीन सदस्यों का नाम चयनित करके न देने पर क्षोभ व्यक्त किया है।
आरोपो से इंकार
इस संबंध में एसोसिएशन के अध्यक्ष वीरेंद्र शाही तथा मंत्री अजय शुक्ल ने आरोपों से इंकार करते हुए बताया कि अभी तक एसोसिएशन को इस आशय का कोई पत्र नहीं मिला है।