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महंत दिग्विजयनाथ की प्रतिमा: 30 दिन में 300 फिट का सफर, खर्च छह लाख Gorakhpur News

महंत दिग्विजयनाथ पार्क में नौकायन केंद्र की ओर ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ की प्रतिमा स्थापित है। इस प्रतिमा का चेहरा महंत दिग्विजयनाथ से नहीं मिलता इसलिए इसे बदला जाना है। इसी दौरान प्रतिमा स्थल बदलने का भी निर्णय लिया गया।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Tue, 15 Jun 2021 11:32 AM (IST)Updated: Tue, 15 Jun 2021 11:32 AM (IST)
गोरखपुर में ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ की प्रतिमा को श‍िफ्ट करने की तैयारी चलय रही है।

गोरखपुर, जेएनएन। रामगढ़ताल के किनारे बनाए गए महंत दिग्विजयनाथ पार्क में लगी ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ की प्रतिमा को नौकायन की ओर से सर्किट हाउस की ओर से शिफ्ट किया जाएगा। पार्क में एक से दूसरे सिरे पर प्रतिमा को उसके प्लेटफार्म सहित शिफ्ट करने में 30 दिन का समय लग सकता है। जैक की सहायता से होने वाली इस शिफ्टिंग पर करीब छह लाख रुपये का खर्च आ रहा है। लेकिन अच्छी बात यह है कि इससे नया प्लेटफार्म नहीं बनाना पड़ेगा और गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) को करीब 24 लाख रुपये की बचत होगी।

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महंत दिग्विजयनाथ पार्क में स्थापित प्रतिमा एवं प्लेटफार्म को जैक की सहायता से किया जा रहा शिफ्ट

महंत दिग्विजयनाथ पार्क में नौकायन केंद्र की ओर ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की प्रतिमा स्थापित है। इस प्रतिमा का चेहरा महंत दिग्विजयनाथ से नहीं मिलता इसलिए इसे बदला जाना है। इसी दौरान प्रतिमा स्थल बदलने का भी निर्णय लिया गया। सर्किट हाउस सिरे की ओर से इस प्रतिमा को स्थापित किया जाना है। यहां एक मंच भी बनेगा, जहां कार्यक्रम आयोजित हो सकेंगे।

मंच के पीछे ही सर्किट हाउस की ओर मुंह कर प्रतिमा स्थापित होगी। पहले यहां नया प्लेटफार्म बनाया जाना था लेकिन बाद में मंच बनाने के टेंडर के साथ ही प्रतिमा को प्लेटफार्म के साथ शिफ्ट करने का निर्णय लिया गया। इसके लिए अलग से छह लाख रुपये की व्यवस्था की गई है।

शिफ्टिंग में खर्च होंगे छह लाख रुपये, जीडीए बचाएगा करीब 24 लाख

एक सिरे से दूसरे सिरे की दूरी करीब 300 फीट से अधिक बताई जा रही है। जैक के माध्यम से प्रतिमा व प्लेटफार्म को उठा लिया गया हे और उसकी शिफ्टिंग की तैयारी भी शुरू कर दी गई है। एक दिन में करीब 10 से 12 फीट तक शिफ्टिंग होनी है। जीडीए के अधिकारियों का दावा है कि मंच बनने तक प्रतिमा की शिफ्टिंग भी पूरी हो जाएगी। नई जगह पर पिलर लगाकर प्लेटफार्म को फिक्स कर दिया जाएगा। यदि नया प्लेटफार्म बनाया जाता तो करीब 30 लाख रुपये का खर्च आता। प्लेटफार्म स्थापित होने के बाद संस्कृति विभाग के पास रखी ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ की नई प्रतिमा भी लगा दी जाएगी।

महंत दिग्विजयनाथ पार्क में प्रतिमा को शिफ्ट करना था। इसके लिए नया प्लेटफार्म बनाने पर काफी खर्च आता। इसलिए उससे कम खर्च पर जैक की मदद से पूरे प्लेटफार्म को दूसरे सिरे पर शिफ्ट किया जा रहा है। इससे प्राधिकरण को काफी बचत होगी। - पीपी सिंह, मुख्य अभियंता जीडीए।


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