मधुमेह के रोगी भी जमकर खाएं मौसमी फल, नहीं बढ़ेगा शुगर लेवल Gorakhpur News
इंडो-वियतनाम मेडिकल बोर्ड के प्रेसिडेंट डॉ. विश्वरूप रॉय चौधरी का कहना है कि फलों से शुगर लेवल न के बराबर बढ़ता है।
गोरखपुर, जेएनएन। 'फल खाने से शुगर लेवल बढ़ जाएगा, फल मीठे होते हैं, इसलिए इन्हें अवॉयड करना चाहिए।' अक्सर, ऐसी सोच लोगों को परेशान करती है। कुछ डॉक्टर डायबिटिक मरीज को फल न खाने की सलाह देते हैं। मगर यह गलत है। फलों से शुगर लेवल न के बराबर बढ़ता है।
यह कहना है इंडो-वियतनाम मेडिकल बोर्ड के प्रेसिडेंट डॉ. विश्वरूप रॉय चौधरी का। वह वियतनाम डेलीगेट्स के साथ आरोग्य मंदिर आए हैं। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए कि फलों में ग्लूकोज की मात्रा काफी कम होती है, जबकि फ्रक्टोज ज्यादा होता है। बॉडी में एबजार्ब सिर्फ ग्लूकोज ही होता है, फ्रक्टोज टेस्ट मेकर का काम करते हैं। हां, अगर किसी को लीवर में समस्या है, तो ये नुकसान कर सकते हैं। अगर आदमी सिर्फ अपनी डाइट मेंटेन कर ले, तो ब्लडप्रेशर, डायबिटीज और हार्ट डिजीज उससे कोसों दूर भागेंगी।
150 लोगों की हुई निश्शुल्क प्लेटलेट्स जांच
डेंगू फैलने के मद्देनजर थोक वस्त्र व्यवसायी वेलफेयर सोसाइटी व भारतीय सिंधु सभा के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को रेती चौक स्थित कालीबाड़ी मंदिर के पास निश्शुल्क प्लेटलेट्स जांच शिविर का आयोजन किया गया। कुल 150 लोगों ने शिविर में पहुंचकर जांच कराई। जांच के लिए आए लोगों को डेंगू के प्रति जागरूक किया गया। सोसाइटी के अध्यक्ष राजेश नेभानी ने कहा कि समय-समय पर संस्था की ओर से इस तरह के आयोजन शहर के विभिन्न क्षेत्रों में किए जाएंगे। इस अवसर पर सोसाइटी के महामंत्री संजय अग्रवाल व चंद्रकेश निगम, मुख्य सलाहकार केशव अग्रवाल, मनोज कश्यप व चंदन अग्रवाल आदि मौजूद रहे।
दिव्यांग बच्चों के पुनर्वास शिविर में सहयोग को बढ़े हाथ
बीआरडी मेडिकल कॉलेज में इंसेफ्लाइटिस से दिव्यांग हुए बच्चों के निदान एवं पुनर्वास के लिए दो व तीन दिसंबर को आयोजित होगा। शिविर के संबंध में रविवार को सीतापुर आइ हास्पिटल परिसर स्थित सीआरसी सभागार में नागरिकों की बैठक हुई। 'पहल' के तत्वावधान में आयोजित बैठक में सहयोग के लिए अनेक लोग आगे आए और बढ़चढ़कर सहयोग करने का भरोसा दिया। सरकारी विभागों, डाक्टरों व आम जन के सहयोग से आयोजित इस शिविर की तैयारी के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की गई।
सभी सहयोग की अपील
संयोजक डॉ. वीके श्रीवास्तव ने शिविर के प्रचार-प्रसार, भोजन, पंडाल, दवाएं व आवश्यक उपकरण आदि पर चर्चा के साथ जन सहयोग के लिए लोगों से अपील की। संत कबीर नगर से आए चंद्रकेश ने दोनों दिन का भोजन बनाने की जिम्मेदारी ली। सच्चिदानंद यादव ने रोगियों के लिए बुकलेट छपवाने की जिम्मेदारी ली। टाटा ट्रस्ट के संदीप चवान ने शिविर में बच्चों को खुशनुमा माहौल देने के लिए प्रोजेक्टर लगवाने की बात कही। बच्चों के पुनर्वास में सहयोग के लिए दीप कुमार ने अपने घर के कमरों को उपलब्ध कराएंगे। वैभव शर्मा ने कहा कि इस अभियान का प्रचार-प्रसार कराया जाएगा। अंजुम गुलरेज, कमलेश व सत्यप्रकाश ने अपने सहयोगियों के साथ सेवा के लिए उपस्थित रहने का भरोसा दिलाया।
कई जिलों से आएंगे दिव्यांग
फातिमा अस्पताल के नर्सिंग की लगभग 100 नर्सेज व सेंट जोसफ कॉलेज की 50 छात्राएं दिव्यांगों के सहयोग के लिए शिविर में उपस्थित रहेंगी। दो दिसंबर को गोरखपुर, देवरिया व तीन दिसंबर को कुशीनगर, महराजगंज के इंसेफ्लाइटिस से दिव्यांग आएंगे। उन्हें राजकीय वाहन से शिविर तक ले आने व ले जाने की व्यवस्था की गई है। सीआरसी के प्रभारी डॉ. आरके पांडेय ने पुनर्वास में हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया। बैठक में नवनीत श्रीवास्तव, आशीष चोखानी, राजीव पांडेय, सीमा पांडेय, अनीता त्रिपाठी, रीता श्रीवास्तव, डॉ अमित सिंह, राजीव रंजन, कंचन सिंह, दीपक श्रीवास्तव, शालिन, तूहीन, देवेंद्र आर्य, अमरनाथ जयसवाल, प्रवीण आदि उपस्थित थे।