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गोरखपुर में बारिश से भारी तबाही, लोगों के घरों में घुसा पानी, दर्जनों मोहल्‍लों में घरों में कैद हुए लोग Gorakhpur News

गोरखपुर में भारी बरसात के कारण लोगों के घरों में पानी घुस गया है। गोरक्षनगरी में सांसद के आवास के आसपास जलभराव होने से नागरिकों का घर से बाहर निकलना दूभर हो गया है। शहर के अधिकांश हिस्‍सों का यही हाल है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Fri, 25 Sep 2020 12:56 AM (IST)Updated: Fri, 25 Sep 2020 09:42 PM (IST)
गोरखपुर में भारी बारिश के कारण लोगों के घरों में पानी घुस गया है। - जागरण

गोरखपुर, जेएनएन। बीते तीन दिन से हो रही बारिश के कारण शहर के निचले इलाकों की कौन कहे पाश कॉलोनियों में लोगों के घरों में पानी घुस गया है। बेतियाहाता इलाके में जलभराव के कारण नागरिकों को दिक्‍कतों का सामना करना पड़ रहा है। मुंशी प्रेमचंद पार्क रोड पर भीषण जलभराव के कारण आवागमन पर असर पड़ा है। सिंघडि़या के प्रज्ञापुरम, वसुंधरानगरी, गोरक्षनगरी आदि कॉलोनियों के कई मकानों में पानी घुस चुका है। कई घरों में लोग बिस्‍तर से उतरे तो पानी में पैर पड़ने से सन्‍न रह गए। मेडिकल कॉलेज रोड और तारामंडल रोड के किनारे की कॉलोनियों में जलभराव से बुरा हाल हो गया है। घर से निकलने के चक्‍कर में कई लोगों को वाहनों में साइलेंसर में पानी घुस गया है।

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घरों में कैद हुए नागरिक, नगर निगम की कोई व्‍यवस्‍था नहीं

प्रज्ञापुरम में नागरिकों के प्रदर्शन और सांसद आवास के घेराव के बाद नगर निगम ने पंप लगवाया था। बारिश से हुए जलभराव को देखते हुए पंप से पानी निकलना संभव नहीं है। नागरिक नाला निर्माण न होने से फिर आक्रोशित हो रहे हैं। गोरक्षनगरी में सांसद के आवास के आसपास जलभराव होने से नागरिकों का घर से बाहर निकलना दूभर हो गया है। नीनाथापा इलाके में सीवर लाइन डालने के लिए खोदाई और रास्‍ता बंद होने के कारण नागरिकों को भारी दिक्‍कतों का सामाना करना पड़ रहा है। छावनी रेलवे क्रॉसिंग से हनुमान मं‍दिर तक की खराब सड़क के कारण आवागमन ठप हो गया है।

विधायक के घर की तरफ जाने वाला रास्‍ता बंद

दाउदपुर स्थित नगर विधायक डॉ. राधा मोहनदास अग्रवाल के आवास के सामने पानी लग जाने के कारण आवागमन ठप हो गया है। दाउदपुर की कई गलियां पानी से भर गई हैं। जिला अस्‍पताल, संक्रामक रोग अस्‍पताल के सामने पानी लग जाने के कारण मरीजों व तीमारदारों को दिक्‍कतों का सामना करना पड़ा। इलाहीबाग, रसूलपुर, जफर काॅलोनी, सूरजकुंड आदि इलाकों में जलभराव नागरिकों के लिए मुसीबत का सबब बना हुआ है। तेजी से नहीं निकल रहा पानीज्‍यादातर नाले सिल्‍ट से भरे हैं। इस कारण बारिश का पानी तेजी से नहीं निकल रहा है। नगर निगम प्रशासन लगातार नालों की सफाई का दावा कर रहा है लेकिन ज्‍यादातर नालों में सिल्‍ट भरी है।

मंडियों में बुरा हाल

महेवा स्थित सब्‍जी मंडी, फलमंडी, साहबगंज मंडी, रेती रोड, नखास रोड पर पानी भर जाने के कारण ज्‍यादातर दुकानें भी नहीं खुल सकी हैं। कई दुकानों में बारिश का पानी घुस गया है। असुरन स्थित राप्‍ती काम्‍प्‍लेक्‍स में भी पानी भर गया है।

नाले में गिरी दीवार, पानी निकलना बंद

लगातार हो रही बारिश के कारण मिट्टी खिसकने से पैडलेगंज के पास प्रबल प्रताप शाही के मकान की दीवार नाले में गिर गई। दाउदपुर इलाके का पानी निकलना बंद हो गया तो नागरिकों ने इसकी सूचना नगर निगम को दी। नगर स्‍वास्‍थ्‍य अधिकारी डॉ मुकेश रस्‍तोगी के नेतृत्‍व में पहुंची नगर निगम की टीम ने जेसीबी की सहायता से दीवार का मलबा निकलवाया और नाले की सफाई कराई।

नगर निगम की टीम ने महेवा और इलाहीबाग में जलभराव दूर करने के लिए अभियान चलाया। नालों की सफाई हुई तो पानी निकलना शुरू हुआ। नगर स्‍वास्‍थ्‍य अधिकारी ने बताया कि शहर में इकट्ठा पानी जल्‍द से जल्‍द निकालने के लिए सभी पंपिंग स्‍टेशनों को चला दिया गया है। इस दौरान सफाई निरीक्षक महेश चंद्र यादव भी मौजूद रहे।

तारामंडल में जलजमाव से मिलेगी निजात, 4.52 करोड़ से बनेगा पक्का नाला

तारामंडल क्षेत्र में रहने वाले लोगों को अगली बरसात में जल जमाव की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। इस क्षेत्र की कालोनियों में लगने वाले पानी को निकालने के लिए 4.5218 करोड़ रुपये की लागत से 2.137 किलोमीटर लंबा पक्का नाला बनाने की तैयारी है। इस नाले के सहारे इस क्षेत्र की कालोनियों का पानी आसानी से निकल जाएगा। गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) व नगर निगम मिलकर इस नाले का निर्माण करेंगे। मंडलायुक्त जयंत नार्लिकर ने इससे जुड़े विभागों को जल्द से जल्द नाले का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजने का निर्देश दिया है। तारामंडल क्षेत्र की कालोनियों का पानी पहले चिड़ियाघर वाली जगह के रास्ते निकलता था। चिड़ियाघर की चहारदिवारी बनी तो वहां से पानी निकलने का रास्ता बंद हो गया। जिसके कारण पिछली बरसात में पूरी तारामंडल कालोनी जलमग्न हो गई।

तोड़नी पड़़ी़ थी चिड़ियाघर की चहारदिवारी

आनन-फानन में चिड़ियाघर की चहारदिवारी तोड़कर पानी निकालने का रास्ता बनाना पड़ा था। इसके बाद इस क्षेत्र से पानी निकालने की स्थायी व्यवस्था के बारे में मंथन शुरू हुआ। मंथन के बाद बौद्ध संग्रहालय से विवेकपुरम, गार्डेनिया होते हुए परसहिया पंप हाउस के पास रामगढ़ गांव तक नाला बनाने का निर्णय लिया गया। पानी निकालने के लिए इस साल वहां कच्चे नाले की खोदाई कराई गई, जिससे काफी हद तक राहत मिली। चिड़ियाघर के निर्माण के समय नाले के लिए भी कुछ बजट आवंटित हुआ था। अब उसका प्रयोग इस नाले को बनाने में होगा। इस बजट के अलावा 1.06 करोड़ रुपये शासन से और मांगे जाएंगे। मंडलायुक्त ने इस नाले को लेकर नगर आयुक्त, संयुक्त विकास आयुक्त, जीडीए के सचिव, राजकीय निर्माण निगम के जीएम व जल निगम के अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बैठक की थी। उन्होंने जीडीए, जल निगम व राजकीय निर्माण निगम के अधिकारियों को निर्देश दिया कि तारामंडल क्षेत्र में जल निकासी के लिए बनने वाले नाले के प्रस्ताव को जल्द से जल्द शासन को भेजा जाए।


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