पाबंदी के बाद भी गोरखपुर में चोरी से चल रहे हुक्काबार, इन्हें नही है Coronaviras का डर Gorakhpur News
पाबंदी के बाद भी अनलॉक एक में संचालक चुपके से हुक्काबार चला रहे हैं जहां शाम को युवाओं की खूब भीड़ हो रही है।
गोरखपुर, जेएनएन। चोरी से चल रहे हुक्काबार ने पुलिस व प्रशासन के लिए चुनौती खड़ी कर दी है। रेस्टोरेंट की आड़ में चल रहे हुक्काबार में जुट रहे युवक पार्टी कर रहे हैं। इसकी वजह से कोरोना का संक्रमण फैलने का भी खतरा बढ़ गया है। समय रहते अगर अधिकारी नहीं चेते तो कभी भी स्थिति बिगड़ सकती है।
यहां पर चह रहे हुक्काबार, हो रही भीड़
शहर के गोलघर, बैंक रोड, गांधी गली, मोहद्दीपुर, असुरन, मेडिकल कॉलेज रोड, देवरिया बाईपास, जेल बाईपास, रुस्तमपुर, गोरखनाथ रोड सहित 39 स्थानों पर अत्याधुनिक साज-सच्जा युक्त हुक्का बार खुले हैं। पाबंदी के बाद भी अनलॉक एक में संचालक चुपके से हुक्काबार चला रहे हैं जहां शाम को युवाओं की खूब भीड़ हो रही है।
पांच जून को पकड़े गए थे नौ युवक
एसएसपी डॉ. सुनील गुप्ता के निर्देश पर शहर के सभी थानेदारों ने पांच जून को हुक्काबार चेक किया था। गोरखनाथ और शाहपुर पुलिस ने नौ लोगों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ निषेधाज्ञा का उल्लंघन और महामारी अधिनियम के तहत केस दर्ज किया था।
कार्रवाई से बचते हैं अधिकारी
हुक्का बार से युवा पीढ़ी नशे की लत से बर्बाद हो रही है, लेकिन अधिकारी कार्रवाई से बचते रहे हैं। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग का कहना है कि हुक्का न तो खाद्य और न ही पेय पदार्थ है। इसलिए विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर सकता है। वहीं आबकारी विभाग का कहना है कि हुक्का आबकारी एक्ट के तहत नहीं आता है। इसलिए आबकारी विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर सकता है। पुलिस अधिकारी कहते हैं कि आइपीसी, सीआरपीसी और पुलिस मैनुअल में उनके खिलाफ हुक्का बार संचालकों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करने का अधिकार नहीं है। मजे की बात तो यह है कि यह हुक्का बार बिना किसी लाइसेंस या अनुमति के चल रहे हैं।
डीएम को लिखा जाएगा पत्र
एसएसपी डा. सुनील गुप्त का कहना है कि शहर में चलने वाले हुक्काबार की जांच कराई जा रही है। हुक्काबार खुलने पर संचालक के खिलाफ कार्रवाई होगी। हुक्काबार किसी अनुमति से चल रहे हैं, लाइसेंस का क्या मानक है इसकी जांच कराने के लिए डीएम को पत्र लिखा जाएगा।