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खाद-बीज उपलब्ध नहीं, किसान परेशान

अधिकतर सहकारी समितियां डिफाल्टर हो रही परेशानी रबी की बोआई तेज होने से खाद-बीज की बढ़ी मांग

By JagranEdited By: Published: Wed, 24 Nov 2021 11:53 PM (IST)Updated: Wed, 24 Nov 2021 11:53 PM (IST)
खाद-बीज उपलब्ध नहीं, किसान परेशान
खाद-बीज उपलब्ध नहीं, किसान परेशान

जागरण संवाददाता, बरहज: रबी फसल की बोआई तेजी से शुरू हो जाने से खाद-बीज की मांग बढ़ गई है। तहसील क्षेत्र की अधिकतर सहकारी समितियां डिफाल्टर हैं और यहां खाद-बीज की व्यवस्था नहीं होने से किसानों को काफी परेशानी हो रही है। उन्हें या तो बाजार से खरीदना पड़ रहा है अथवा दूसरे क्षेत्र की समितियों का चक्कर लगाना पड़ रहा है। वहां भी कई- कई दिन लाइन में लगने के बाद उपलब्ध हो रही है।

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शासन ने बीज की उपलब्धता के लिए अनुदानित बीज की बिक्री सहकारी समितियों, कृषि विभाग के ब्लाक स्तर में खुले कृषि बीज भंडारों से की है। रबी फसल में ज्यादातर किसान नए उन्नतिशील बीज की मांग कर रहे है। उपलब्धता इतनी कम है कि किसानों को उन्नतिशील बीज के लिए भटकना पड़ रहा है।

निजी क्षेत्र की दुकानों में महंगे बीज पर किसानों को गुणवत्ता को लेकर भरोसा नहीं है। यही हाल खाद का भी है। डिफाल्टर सहकारी समितियों में ताला लगा हुआ है। उस क्षेत्र के किसानों को खाद व बीज के लिए मुख्यालय व ब्लाक के चक्कर काटने पड़ रहे है। बरहज क्षेत्र में कृषि बीज केंद्र पर 700 हेक्टेयर के लिए 700 कुंतल बीज आया है। हालांकि प्रभारी एडीओ एजी राधेश्याम कहते हैं कि बीज की पर्याप्त उपलब्धता है। कृषि बीज भंडार से बिक्री की जा रही है।

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तीन बीघा धान की फसल बोई थी। बारिश, हवा के चलते फसल नष्ट हो गई। बीज और खाद महंगा होने के कारण समस्या है। इसके लिए चक्कर लगाना पड़ रहा है।

अमीर यादव,

सिसई गुलाबराय

----------------- कुछ बीज निजी दुकान से खरीदा हूं। प्राइवेट में बीज महंगा मिला है। उसकी गुणवत्ता को लेकर संशय है। बीज कृषि केंद्र पर पूरा नहीं मिलने के कारण निजी दुकान से खरीदना मजबूरी है। अमरनाथ यादव, बढ़याहरदो

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साधन सहकारी समिति बभनी सकरापार पर बीज और खाद नहीं है। धान की फसल नष्ट हो गई थी। उसका भी मुआवजा नहीं मिला है। अब बाजार से महंगे दाम पर बीज और खाद खरीदना मजबूरी है।

दयाशंकर यादव,

महुई श्रीकांत

---------------- 14 बीघा धान की फसल बारिश से नष्ट हो गई। कोई सहायता राशि नहीं मिली है। खाद नहीं मिल रही है। एक एकड़ पर एक बोरी खाद सरकारी गोदाम से मिल रही है। पूरी खाद नहीं मिलने के कारण दिक्कतें हैं।

रामदयाल, बिशुनपुरा

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खाद-बीज की दुकानों के गिरे शटर लार: बुधवार को कृषि विभाग की टीम ने खाद-बीज के दुकानों का स्टाक मिलान किया। लार में एक दो दुकानों की जांच हुई तो ग्रामीण अंचल की कई खाद-बीज के दुकानों के शटर गिर गए। भाजपा नेता चंद्रभूषण सिंह ने शिकायत की थी कि रबी की बोआई चल रही है। कई समितियों पर डीएपी उपलब्ध नहीं है। प्राइवेट दुकानदार महंगे दामों पर खाद बेच रहे हैं। इस शिकायत पर कृषि विभाग ने कई दुकानों की जांच की।


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