छोटे भाइयों ने की थी एसएसओ की हत्या, गिरफ्तार
साकेत नगर स्थित मकान पर ही छोटे भाइयों ने की हत्या और शव बोरे में रख फेंका बाल अपचारी समेत दोनों भाइयों को पुलिस ने किया गिरफ्तार घटना में प्रयुक्त राड बरामद
जागरण संवाददाता, देवरिया: कुशीनगर जनपद के हाटा के विद्युत उपकेंद्र पर तैनात एसएसओ की हत्या का पर्दाफाश चौंकाने वाला रहा। एसएसओ की हत्या कोई और नहीं, बल्कि नाबालिग समेत दो सगे भाइयों ने अपशब्द बोलने पर पीटकर की थी। पुलिस ने बाल अपचारी समेत दोनों भाइयों को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही घटना में प्रयुक्त राड भी बरामद कर लिया है। घटना का पर्दाफाश करने वाली टीम को एसपी ने दस हजार रुपये का इनाम दिया है।
पुलिस लाइन सभागार में घटना का पर्दाफाश करते हुए पुलिस अधीक्षक डा.श्रीपति मिश्र ने बताया कि 28 जुलाई की सुबह बरियारपुर थाना क्षेत्र के मुंडेरा चौराहे के समीप से एक शव बरामद किया गया, शव की शिनाख्त सरैया के रहने वाले अरविद कुमार यादव के रूप में हुई। पर्दाफाश में जुटी पुलिस को सीसीटीवी फुटेज से अहम सुराग हाथ लग गए। पुलिस ने अरविद के छोटे भाई शुभम यादव व उससे छोटे नाबालिग भाई को भी पुलिस ने हिरासत में लिया और पूछताछ की। शुभम ने बताया कि जब अरविद गांव से ड्यूटी पर जाने के लिए साकेत नगर स्थित मकान पर पहुंचे तो उस समय शुभम सो रहा था। अरविद ने यह देख शुभम को अपशब्द बोला, इससे नाराज होकर शुभम ने गाड़ी से निकले पाइप उठाकर अरविद की पिटाई कर दी। जिससे अरविद की मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद शुभम 13 वर्षीय छोटे भाई के सहयोग से बोरे में शव रखकर फेंक आया। जबकि गाड़ी को तिलई बेलवा के समीप छोड़कर चले आए, ताकि कोई यह न जान पाए कि हत्या कहां हुई है? ऐसे पुलिस को मिली सफलता
जांच में जुटी पुलिस ने बाइक मिलने के बाद खरजरवा जाने वाली सड़क की पटरी पर लगे सीसी कैमरे के फुटेज को खंगालना शुरू किया तो देखा कि बाइक से बोरा लेकर जाते हुए शुभम नजर आ रहा है। छोटा भाई एसएसओ की बाइक पैदल लेकर जाते व छोड़ कर पैदल ही आते नजर आया है। इसके बाद पुलिस ने दोनों से सख्ती से पूछताछ की। छोटी बहन गई थी बाजार
साकेत नगर मकान पर शुभम, अपने छोटे भाई व बहन रंजना यादव के साथ रहता था। घटना के दिन रंजना बाजार गई थी। वह पांच बजे घर लौटी तो भाई के बारे में जानकारी शुभम से पूछी। दोनों भाइयों ने अरविद के ड्यूटी चले जाने की बात बताई। इसकी भनक तक उसे नहीं लगी। अब हो रहा अफसोस
शुभम ने कहा कि अरविद दोनों भाइयों को बहुत प्यार करते थे। जब भी ड्यूटी से आते तो रुपये के अलावा सामान भी देते। पढ़ाई पर उनका जोर था। शुभम इंटर तो छोटा भाई कक्षा सात का छात्र है। शुभम ने कहा कि उसका मारने का इरादा नहीं था। उससे गलती से राड चल गया और अरविद की मौत हो गई। बचने के लिए दोनों भाइयों ने उसे बोरे में रखकर फेंक दिया था।